IND vs AUS 3rd Test: बॉर्डर गावस्कर सीरीज (BGT) में शानदार आगाज के बाद भी टीम इंडिया की हालत पतली है. एडिलेड टेस्ट में शर्मनाक हार झेलनी पड़ी और अब गाबा में भी सांसे अटकी. इस बीच एक ऐसा इशारा देखने को मिला है कि टीम इंडिया के कोचिंग स्टाफ पर भी आफत आ सकती है. एक तरफ रोहित-विराट अपने विकेट फेंकने को चलते आलोचनाओं के घेरे में हैं. दूसरी तरफ गंभीर की कोचिंग पर भी सवाल तैयार होना शुरू हो गए हैं.
कोच कर सकते हैं विराट की मदद?
विराट कोहली ड्राइव लगाने के चक्कर में ऑफ साइड की गेंदो को छेड़ते समय आउट हुए. उनकी ये वीकनेस नाइटमेयर साबित होती नजर आ रही है. मुख्य कोच गौतम गंभीर और उनके सहायक अभिषेक नायर समस्या का समाधान ढूंढ सकते हैं. नायर को मुंबई क्रिकेट जगत में ‘माइंड कोच और लाइफ कोच के मिश्रण’ के तौर पर जाना जाता है. भारत के एक पूर्व महान खिलाड़ी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा कि जरूरी नहीं कि कोई महान खिलाड़ी बढिया कोच साबित हो या कोई शानदार कोच बढ़िया खिलाड़ी रहा हो.
कोचिंग पर उठाए सवाल
भारत के लिए 100 से अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, ‘सभी महान खिलाड़ी या प्रतिष्ठित खिलाड़ी महान कोच नहीं होते हैं. उन्होंने खिलाड़ी के रूप में कुछ अविश्वसनीय चीजें की होंगी और जानते होंगे कि किसी विशेष स्थिति के दौरान क्या करना है और कैसी प्रतिक्रिया देनी है. कोचिंग विज्ञान है और बहुत से लोग यह नहीं बता सकते कि कुछ चीजों को कैसे करने की आवश्यकता क्यों है. गौतम भी ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में काफी बार स्लिप में कैच दे देते थे. आप युवा खिलाड़ियों की तकनीक में कुछ बदलाव कर सकते हैं लेकिन अनुभवी खिलाड़ियों के साथ ऐसा करना मुश्किल है। उन्हें व्यस्त कैलेंडर में अपने खेल पर काम करने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलता है.’
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मांजरेकर की चेतावनी
खराब बैटिंग के चलते पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने भी कोचिंग को निशाना बनाया. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘मुझे लगता है कि भारतीय टीम में बल्लेबाजी कोच की भूमिका की जांच करने का समय आ गया है. कुछ भारतीय बल्लेबाजों के साथ बड़े तकनीकी मुद्दे इतने लंबे समय तक अनसुलझे क्यों रहे हैं?’