Unbreakable Record: मॉडर्न डे क्रिकेट में खिलाड़ियों को उम्र को देखते हुए तरजीह नहीं दी जाती है. 40 की उम्र तक पहुंचने से पहले ही खिलाड़ियों को लेकर क्रिकेट से विदाई लेने की खबरें तेज हो जाती हैं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण दिग्गज विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी हैं. लेकिन एक दौर ऐसा था जब प्लेयर्स में क्रिकेट का जुनून बुरी तरह सवार रहता था. भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर का इंटरनेशनल करियर 24 साल का रहा, जिन्हें हमने ‘गॉड ऑफ क्रिकेट’ का दर्जा दे रखा है. लेकिन हम आपको ऐसे प्लेयर की कहानी बताने जा रहे हैं जिसका इंटरनेशनल करियर 30 साल तक चला.
बना दिया अटूट रिकॉर्ड
29 अक्टूबर, 1877 को जन्मे विल्फ्रेड रोड्स की कहानी बड़ी दिलचस्प है. उन्होंने इंग्लैंड के लिए 1899 यानि 22 साल की उम्र में इंग्लैंड के लिए अपना टेस्ट डेब्यू किया था. वह एक स्पिन ऑलराउंडर थे. फर्स्ट क्लास क्रिकेट के रिकॉर्डधारी विल्फ्रेड ने इंग्लैंड के लिए 30 साल 315 दिन तक सेवा दी. लेकिन इतने लंबे समय के करियर के बावजूद उन्होंने टीम के लिए 58 टेस्ट मैच ही खेले. इस दौरान उन्होंने 2325 रन और 127 विकेट झटके. उनके नाम सबसे ज्यादा लंबे इंटरनेशनल सबसे ज्यादा लंबे इंटरनेशनल करियर का रिकॉर्ड दर्ज है जिसका इस दौर के बाद तो टूटना नामुमकिन नजर आता है.
1110 फर्स्ट क्लास मुकाबले
इंटरनेशनल करियर से ज्यादा विल्फ्रेड ने घरेलू क्रिकेट में जलवा बिखेरा. उन्होंने 1898 से 1930 तक कुल 1110 फर्स्ट क्लास मैच खेले. यह भी एक ऐसा रिकॉर्ड है जो आज भी अटूट है. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रोड्स ने 4204 विकेट लिए और 39969 रन बनाए. ये आंकड़े आज भी क्रिकेट के इतिहास के पन्नों में आज भी दर्ज हैं.
52 साल में खेला आखिरी टेस्ट
रोड्स 52 साल के हो चुके थे इसके बावजूद उनके अंदर क्रिकेट का जुनून सवार रहा. उन्होंने 52 साल 165 दिन की उम्र में इंग्लैंड के लिए आखिरी टेस्ट मैच खेला. यह रिकॉर्ड भी सालों से अटूट है. विल्फ्रेड रोड्स का निधन 1973 में 95 साल की उम्र में हुआ. लेकिन उनकी विरासत आज भी क्रिकेट के मैदानों पर जीवित है.