पीलीभीत: दीपावली को खुशियों और रोशनी का त्योहार माना जाता है. इस साल दीपावली की तारीख को लेकर लोगों के मन में भ्रम की स्थिति है. लोगों के मन में संशय बना हुआ कि इस बार दिवाली 31 अक्तूबर को मनाई जाए या फिर 01 नवंबर को. लेकिन यूपी के कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं जिनकी उलझन इससे बड़ी है. दिवाली कभी भी हो सरकार की अनदेखी के चलते उनके लिए फीकी साबित हो सकती है. पीलीभीत टाइगर रिजर्व के सैकड़ों कर्मचारियों को बीते 14 महीनों से मानदेय नहीं दिया गया है. ऐसे में इस दीपावली इन कर्मचारियों के घर मां लक्ष्मी पधारेंगी या नहीं इसका फैसला अब सरकार के हाथो में है.किसी भी रिजर्व फॉरेस्ट की सबसे मजबूत कड़ी वहां के वॉचरों को माना जाता है. इन लोगों को दैनिक वेतन दिया जाता है. ये कर्मचारी कम से कम संसाधनों के साथ दिन-रात जंगल की रखवाली में जुटे रहते हैं. लेकिन अगर वास्तविक स्थिति देखें तो वन विभाग की ओर से सबसे ज्यादा उपेक्षा इन्ही कर्मचारियों की होती है. पीलीभीत टाइगर रिजर्व की भी कुछ ऐसी ही कहानी है. दिन-रात घने जंगलों में पैदल गश्त से लेकर वन्यजीवों की निगरानी करने वाले ये लोग उपेक्षा का शिकार हैं.250 कर्मचारियों के लिए 1.5 करोड़ का बजटपीलीभीत टाइगर रिजर्व के तकरीबन 250 कर्मचारियों को बजट के अभाव में 14 माह का बकाया मानदेय नहीं दिया गया है. दिन रात मेहनत करने के बाद भी इन्हें अपनी कमाई के लिए सरकार के आगे हाथ फैलाना पड़ रहा है. दीपावली का त्योहार सिर पर है लेकिन इन कर्मचारियों की जेबें खाली हैं. अगर आंकड़ों को देखें तो पीलीभीत टाइगर रिजर्व की 5 रेंजों में लगभग 250 दैनिक वेतन कर्मचारी कार्यरत हैं. जिनका 14 माह का लगभग 1.5 करोड़ रुपए मानदेय का भुगतान किया जाना है. इस भुगतान का व्यय केंद्र व राज्य सरकार मिल कर वहन करती हैं. ऐसे में अक्सर सरकारें गेंद एक दूसरे के पाले में डालते हैं जिसका खामियाजा इन कर्मचारियों को भुगतना पड़ता है.जल्द होगा मानदेय का भुगतानपूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि दैनिक वेतन कर्मियों के मानदेय भुगतान के लिए उच्चाधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है. उम्मीद है जल्द ही कर्मचारियों को बकाया भुगतान दिया जाएगा.FIRST PUBLISHED : October 21, 2024, 19:32 IST