क्या महिलाओं-पुरुषों में अलग होते हैं हार्ट अटैक के लक्षण? जान लें कब होना है सावधान

admin

क्या महिलाओं-पुरुषों में अलग होते हैं हार्ट अटैक के लक्षण? जान लें कब होना है सावधान



Heart Attack Symptoms: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में होने वाली 85 परसेंट मौतों का कारण दिल से संबंधित बीमारी होती है. इसलिए यह बहुत जरूरी है कि हम इन बीमारियों के लक्षणों को तुरंत पहचान कर समय पर इलाज ले सकें. मेओ क्लिनिक के शोधकर्ताओं के अनुसार, पुरुषों और महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग होते हैं. इसके पीछे कई कारण होते हैं जिनके बारे में आपको भी जानना बेहद जरूरी है.
1- शारीरिक बनावट (Body Structure)पुरुषों और महिलाओं की शारीरिक बनावट (Body Structure) में कई अंतर होते हैं. आमतौर पर महिलाओं का दिल छोटा होता है और उनकी आर्टिरीज पुरुषों की तुलना में पतली होती हैं. ये बायोलॉजिकल अंतर दिल से संबंधित बीमारियों के लिए पुरुषों और महिलाओं को अलग-अलग तरह से प्रभावित कर सकते हैं.
2- अलग-अलग अंगों में जमता है कोलेस्ट्रॉल
आर्टिरीज में कोलेस्ट्रॉल जमना हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण होता है. स्टडी बताती है कि पुरुषों में आमतौर पर हार्ट को खून पहुंचाने वाली आर्टिरीज में कोलेस्ट्रॉल जमता है, जबकि महिलाओं में यह माइक्रोवास्कुलचर (microvasculature) में जमा होती है. हालांकि, कोलेस्ट्रॉल का जमना पुरुष और महिला दोनों में हार्ट से संबंधित बीमारी होने का आम कारण है. बस अंतर इतना है कि अलग-अलग अंगों में जमता है.
3- हार्ट अटैक के अलग-अलग लक्षण
पुरुषों और महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण में भी अंतर हो सकता है. सीने में दर्द होना दोनों के लिए एक कॉमन बात है, लेकिन महिलाओं में इसके साथ जी मचलना, पसीना आना, गर्दन, जबड़े, गले, पेट या पीठ जैसे अलग-अलग अंगों में दर्द भी हो सकता है. वहीं, पुरुषों में आमतौर पर डॉक्टर के पास जाने पर सीने में असहजता की ही शिकायत रहती है.
इन अंतरों के बावजूद कुछ ऐसे आम लक्षण भी हैं, जिन पर पुरुषों और महिलाओं, दोनों को ही ध्यान देना चाहिए. इनमें सीने का  दर्द, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलना, चक्कर आना और पसीना शामिल हैं. ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सीय सहायता लेना बहुत जरूरी होता है. ट्रीटमेंट के तरीके स्थिति की गंभीरता के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं. दिल से संबंधित रोगों को समझने के लिए पुरुषों और महिलाओं के शरीर में होने वाले बदलावों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है, जिससे इलाज में आसानी होती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, संबंधित लेख पाठक की जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए है. जी मीडिया इस लेख में प्रदत्त जानकारी और सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित समस्या के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.
 



Source link