T20 World Cup 2024: भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत कार एक्सीडेंट के बाद जब चोट का इलाज करा रहे थे तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी मां को फोन करने के साथ डॉक्टरों से कहा था कि जरूरत पड़ने पर उनका विदेश में इलाज किया जाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को टी20 वर्ल्ड कप विजेता क्रिकेटरों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि वह ऋषभ पंत की सोशल मीडिया पोस्ट से उनकी चोट से उबरने पर नजर रखे हुए थे. ऋषभ पंत दिसंबर 2022 में दिल्ली से अपने गृहनगर रुड़की जाते समय एक भयानक कार दुर्घटना का शिकार हो गए थे. एक साल के कड़े रिहैबिलिटेशन के बाद उन्होंने IPL 2024 के दौरान पेशेवर क्रिकेट में वापसी की. ऋषभ पंत ने हाल ही में समाप्त हुए टी20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए वापसी की.
मोदी ने पंत की मां को दी थी बड़ी सलाह
भारत बारबाडोस में 29 जून को खेले गए फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को सात रन से हराकर टी20 वर्ल्ड कप चैम्पियन बना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आपकी वापसी की यात्रा कठिन थी. मैं आपके (सोशल मीडिया) पोस्ट देखता था, जिसमें पता चलता था कि आपने इस दिन इतना कर लिया उस दिन उतना कर लिया.’ नरेंद्र मोदी के साथ खिलाड़ियों की बातचीत का विवरण शुक्रवार को जारी किया गया. मोदी ने कहा, ‘मैने आपकी मां से बात करने से पहले डॉक्टर्स की राय ली और उनसे पूछा कि अगर आपको इलाज के लिए देश से बाहर ले जाने की जरूरत है तो बताइए.’
(@ANI) July 5, 2024
मोदी ने कहा, ‘आपकी मां से मेरा कोई परिचय नहीं था, लेकिन ऐसा लगा कि मैं उन्हें नहीं, वो मुझे आश्वासन दे रही है. यह गजब की बात है. तभी मुझे लगा कि जिसे ऐसी मां मिली है वह कभी विफल नहीं होगा और आप ने करके दिखाया. जब मैंने आप से बात की तो आपने कोई गड्ढा या किसी और चीज का बहाना नहीं बनाया बल्कि आपने कहा कि यह (दुर्घटना) आपकी गलती थी. यह आपके गलती को स्वीकारने को दर्शाता है. मैं जीवन में छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देता हूं और दूसरों से सीखता हूं. आप भारत के लोगों को प्रेरित करेंगे.’
PM मोदी के सामने भावुक हुए पंत
प्रधानमंत्री ने पंत से जब दुर्घटना से उबरने के दौरान मानसिकता के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘यह बहुत कठिन समय था. मुझे यह याद आया क्योंकि आपने मेरी मां को फोन किया था और मेरे दिमाग में बहुत सारी चीजें चल रही थीं. मेरी मां ने मुझे बताया कि सर (प्रधानमंत्री) ने कहा कि कोई समस्या नहीं है और इससे मुझे इससे काफी मानसिक बल मिला. उस दौरान मैंने लोगों को ये बात करते हुए भी सुना कि क्या मैं दोबारा क्रिकेट खेल पाऊंगा या नहीं, क्या मैं विकेटकीपिंग के अलावा बल्लेबाजी भी कर सकता हूं. मैं पिछले डेढ़-दो साल से यही सोच रहा था कि वापसी के बाद क्या करूं? मैं पहले से बेहतर प्रदर्शन करूंगा और फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलूंगा और भारत को जीतते हुआ देखूंगा.’