Last Updated:March 24, 2025, 15:14 ISTकुशीनगर के जवाहर नवोदय विद्यालय के अर्णव रावत और ऋतिक शर्मा को इसरो ने विशेष प्रशिक्षण के लिए आमंत्रित किया है. दोनों छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा SPOT में सफलता हासिल की है.X
इसरो मुख्यालय के भ्रमण के साथ साथ पंद्रह दिनों का प्रशिक्षण भी लेंगे नवोदय के ये दो छात्रहाइलाइट्सकुशीनगर के दो छात्रों को इसरो से विशेष प्रशिक्षण का न्योता मिला.अर्णव रावत और ऋतिक शर्मा ने SPOT परीक्षा में सफलता हासिल की.दोनों छात्रों का चयन 15 दिनों के विशेष प्रशिक्षण के लिए हुआ.कुशीनगर: भारत भले ही वैश्विक स्तर पर विकासशील देशों में गिना जाता हो, लेकिन भारतीय युवाओं ने अपनी प्रतिभा से विश्व के विकसित देशों में भी अपनी पहचान बनाई है. चाहे माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ हों या गूगल के प्रमुख, दोनों ही भारत से ताल्लुक रखते हैं. अब प्रतिभाएं केवल शहरों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से भी उभर रही हैं.ऐसी ही प्रतिभा का परिचय कुशीनगर के जवाहर नवोदय विद्यालय के दो छात्रों- सातवीं कक्षा के अर्णव रावत और आठवीं कक्षा के ऋतिक शर्मा ने दिया है. इनकी काबिलियत को देखते हुए इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन (इसरो) ने इन्हें बेंगलुरु स्थित मुख्यालय में 15 दिनों के विशेष भ्रमण और प्रशिक्षण के लिए आमंत्रित किया है.
कैसे हुआ चयन?हाल ही में विक्रम साराभाई स्पेस फाउंडेशन के तत्वावधान में SPOT नामक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें हजारों बच्चों ने भाग लिया. कुशीनगर के नवोदय विद्यालय सहित कई स्कूलों के विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया. प्री-एग्जाम क्वालीफाई करने के बाद छात्रों ने मेंस परीक्षा दी, जिसके आधार पर देशभर से 100 छात्रों का चयन हुआ. इनमें से उत्तर प्रदेश से केवल दो छात्र चुने गए, और गर्व की बात यह है कि दोनों ही कुशीनगर से हैं.
साधारण परिवार से इसरो तकऋतिक शर्मा कुशीनगर के मेहदीगंज के रहने वाले हैं, जबकि अर्णव रावत तमकुही राज के निवासी हैं. दोनों छात्र साधारण परिवार से आते हैं और कुशीनगर के जवाहर नवोदय विद्यालय में पढ़ते हैं. ऋतिक पिछले साल भी इसी परीक्षा में पूरे प्रदेश से अकेले चयनित हुए थे और उन्हें इसरो मुख्यालय जाने का अवसर मिला था. वहां उन्होंने इसरो प्रमुख डॉ. एस. सोमनाथ से मुलाकात भी की थी. वहीं, अर्णव के लिए यह पहला अवसर है, जब वह इतनी छोटी उम्र में इसरो मुख्यालय के विशेष कार्यक्रम में भाग लेंगे.
विद्यालय के लिए भी गौरव का पलयह उपलब्धि कुशीनगर के मिल्कीपुर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के लिए भी गर्व की बात है. पूरे देश में लगभग 650 नवोदय विद्यालयों में से केवल चार छात्रों का चयन हुआ, जिनमें से दो कुशीनगर नवोदय विद्यालय के हैं. विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री बृजेश मिश्रा ने इस सफलता पर खुशी जताई और कहा, “यह पूरे नवोदय परिवार के लिए गर्व की बात है. भविष्य में ये छात्र निश्चित रूप से सफलता की ऊंचाइयों को छूएंगे.”
बच्चों के सपने हैं बड़ेऋतिक और अर्णव दोनों ही इस उपलब्धि को अपनी कड़ी मेहनत का नतीजा मानते हैं. ऋतिक का सपना एयरोस्पेस इंजीनियर बनने का है, जबकि अर्णव भविष्य में आईएएस अधिकारी बनना चाहते हैं.अगर भारत के ग्रामीण क्षेत्रों से इसी तरह की प्रतिभाएं उभरती रहीं, तो वह दिन दूर नहीं जब भारत विकासशील से विकसित राष्ट्र बनने की ओर तेजी से अग्रसर होगा. इन होनहार छात्रों की सफलता न केवल उनके परिवार और विद्यालय, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है.
Location :Kushinagar,Uttar PradeshFirst Published :March 24, 2025, 15:14 ISThomecareerKushinagar News: कुशीनगर के दो होनहार छात्रों को ISRO से सीधा न्योता!