सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या. ज्योतिष में 9 ग्रह और 12 राशियां अहम हैं. सभी जातकों की जन्म कुंडली में 9 ग्रह विराजमान होते हैं. माना जाता है कि यदि इनमें से एक या उससे अधिक ग्रह कुंडली में उच्च या स्वग्रही स्थिति में हो तो वे जातक की किस्मत बदल सकते हैं. जीवन में यदि वह समस्या में उलझा तब भी ये उसे बचा लेंगे.
ज्योतिष गणना के मुताबिक, व्यक्ति की जन्म कुंडली में 12 भाव होते हैं. इन 12 भाव में सभी 9 ग्रह विद्यमान होते हैं. अगर व्यक्ति की कुंडली में ग्रह की स्थिति सकारात्मक है तो उसे भविष्य में अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं. अगर व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति नीच है तो व्यक्ति को संकटों से जूझना पड़ता है.
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि अगर जातक की कुंडली में ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है तो व्यक्ति को कई तरह से लाभ मिलते हैं. मान सम्मान में वृद्धि के साथ धन लाभ होता है. अगर व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति मजबूत नहीं होती है तो उसे जीवन भर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
सूर्य ग्रह: अगर व्यक्ति की जन्म कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति मजबूत है तो व्यक्ति का भाग्य जाग सकता है. मान-सम्मान में वृद्धि होती है. उच्च पद की प्राप्ति होती है. सेना, पुलिस या सरकार से उसे सहयोग मिलता है. सूर्य ग्रह सिंह राशि में स्वग्रही और मेष राशि में उच्च का माना गया है. सूर्य तुला राशि में नीच के होते हैं.
चंद्रमा ग्रह: अगर जन्म कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत है तो जातक शांत स्वभाव का होता है. उसकी सोचने-समझने की क्षमता अधिक होती है. वह सुंदर भी होता है. चंद्रमा कर्क राशि में स्वग्रही और वृषभ राशि में उच्च का माना गया है. चंद्रमा वृश्चिक राशि में नीच के होते हैं.
मंगल ग्रह: जन्म कुंडली में मंगल मजबूत है तो ऐसे जातक देखने में आकर्षक होते हैं. उनके चेहरे पर रौब होता है. हालांकि, ऐसे लोग गर्म मिजाज के भी होते हैं. साथ ही ऐसे लोगों की इच्छा शक्ति बहुत मजबूत मानी जाती है. मंगल मकर राशि में उच्च और मेष व वृश्चिक राशि में स्वग्रही माना गया है. मंगल कर्क राशि में नीच के होते हैं.
बुध ग्रह: इस ग्रह को राजकुमार की संज्ञा दी गई है. जातक की कुंडली में यदि बुध मजबूत है तो ऐसे व्यक्तियों का दिमाग बहुत तेज होता है. इनका व्यवहार भी काफी अच्छा रहता है. व्यापार या टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ऐसे लोग तरक्की करते हैं. बुध ग्रह कन्या राशि में उच्च और मिथुन में स्वग्रही माना गया है. बुध मीन राशि में नीच के होते हैं.
बृहस्पति ग्रह: देवगुरु बृहस्पति का स्थान कुंडली में प्रमुख माना गया है. यदि यह बलवान स्थिति में हुए तो जातक के पास धन की कभी कमी नहीं होती. व्यक्ति की हर इच्छा पूरी होती है. जीवन सुविधा संपन्न और संतानें भी अच्छी मिलती हैं. समाज में मान-सम्मान बढ़ता है. गुरु कर्क राशि में उच्च और धनु व मीन राशि में स्वग्रही माने गए हैं. बृहस्पति मकर राशि में नीच के होते हैं.
शुक्र ग्रह: दैत्य गुरु शुक्र की भी कुंडली में महत्वपूर्ण ग्रह माने गए हैं. अगर जातक की जन्म कुंडली में शुक्र की स्थिति मजबूत है तो धन-वैभव, सुंदर पति या सुंदर पत्नी का सौभाग्य देते हैं. शुक्र के मजबूत होने से हर तरह का भौतिक सुख जातक को मिलता है. ऐसा जातक किसी को भी मोहित कर लेता है. शुक्र मीन राशि में उच्च और तुला व वृषभ में स्वग्रही माने गए हैं. शुक्र कन्या राशि में नीच के होते हैं.
शनि ग्रह: ऐसे तो शनि ग्रह का बहुत मजबूत होना भी कई बार जातकों के लिए संकट खड़ा कर देते हैं, क्योंकि ये न्याय के देवता हैं और कर्म अनुसार फल देते हैं. यदि कर्म ठीक हो तो शनि ग्रह जातक को न्याय के क्षेत्र में उच्च पद पर ले जाते हैं. समाज में मान-सम्मान और सुविधाएं दिलवाते हैं. शनि मकर और कुंभ में स्वग्रही और तुला राशि में उच्च के माने गए हैं. शनि मेष राशि में नीच के होते हैं.
राहु ग्रह: इस ग्रह को छाया ग्रह की संज्ञा दी गई है. अगर यह ग्रह कुंडली के किसी भी भाव में मजबूत होकर अकेला बैठा है तो ऐसा जातक जल्द ही धनवान बनता है. उसे हर तरह का भौतिक सुख मिलता है. तकनीक, मीडिया, फिल्म जैसे क्षेत्रों में परचम लहराता है. राहु मिथुन और वृषभ राशि में अच्छे माने गए हैं.
केतु ग्रह: यह ग्रह भी राहु की तरह छाया ग्रह माना गया है. अगर जातक की कुंडली में केतु मजबूत स्थिति में होकर अकेले विद्यमान हैं तो ऐसे लोगों में अध्यात्म की रुचि बढ़ाते हैं. आकस्मिक धन की प्राप्ति कराते हैं. अगर कुंडली के 12वें भाव में मजबूत स्थिति में हैं तो कहा गया कि ऐसा केतु मोक्ष दिलाने वाला होता है. केतु धनु और वृश्चिक राशि में अच्छे माने गए हैं.
(NOTE: इस खबर में दी गई सभी जानकारियां और तथ्य ज्योतिष के आधार पर हैं. NEWS18 LOCAL किसी भी तथ्य की पुष्टि नहीं करता है.)
.Tags: Astrology, Ayodhya News, Life18, Local18FIRST PUBLISHED : October 2, 2023, 21:38 IST
Source link