क्रेडिट कार्ड यूजर सावधान! ये गैंग लोगों के खाते से उड़ाता है पैसे, 4 आरोपी अरेस्ट

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क्रेडिट कार्ड यूजर सावधान! ये गैंग लोगों के खाते से उड़ाता है पैसे, 4 आरोपी अरेस्ट



नितिन गोस्वामी/ चंदौली: अगर आप होम क्रेडिट या अन्य क्रेडिट फ्लेटफार्म से खरीद कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है. आप भी साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं. दरअसल चंदौली पुलिस की साइबर टीम ने ऐसे ही अंतरजनपदीय साइबर ठग गैंग का खुलासा कर गैंग के 4 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो उपभोक्ताओं का डेटा चोरी कर लोगो को ठगी का शिकार बनते थे. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक यह सभी अपराधी परोक्ष या अपरोक्ष रूप से होम क्रेडिट फाइनेंस कंपनी से जुड़े थे. इनसे पुलिस ने लाखो की कीमत के मोबाइल और रुपये बरामद किये हैं.

इतना ही नहीं आपने अगर होम क्रेडिट के मदद से कभी मोबाइल व अन्य सामान खरीदें हों और उसका ईएमआई चुकाकर आप बेफिक्र हो गए हैं तो खबरदार हो जाइए. क्योंकि साइबर ठग आपके पिछले डाटा पर पुनः लोन ले सकते हैं. जिसकी भरपाई फिर से आप को करनी पड़ सकती है. जी हां सुनने में भले ही अटपटा लग रहा है, लेकिन यह सच है.

पुराने उपभोक्ताओं से करते थे ठगीदरअसल चन्दौली में साइबर ठगों ने 14 ऐसे होम क्रेडिट वालों को अपना निशाना बनाया है, जिन्होंने पहली बार मोबाइल व अन्य कुछ जरूरी सामान खरीदने के लिए लोन लिया था. उनका लोन चुकता होने के बाद साइबर ठगों ने उनके नाम पर लाखों का पैसा उड़ा दिया. चन्दौली पुलिस की साइबर टीम ने गुरुवार को एक ऐसे गिरोह को पर्दाफास किया है, जिसने फाइनेंस कम्पनी के पुराने उपभोक्ताओं के नाम पर लाखों की ठगी की है. इस गैंग की मोड़ आफ ऑपरेंडी कुछ इस तरह की है कि लोगों को उनपर शक भी नहीं होता.

दरअसल इस गैंग में फाइनेंस कंपनी का एक बंदा शामिल है जो ग्राहकों का डेटा चोरी कर ठगी को कंजाम देता था. इसके लिए उसने सबसे पहले उन ग्राहकों को अपना निशाना बनाते था जिनकी सिविल हेल्थ अच्छी हो ताकि लोन आसानी से हो सके. इन ग्राहकों का डेटा चोरी कर नए नम्बर पर ओटीपी लेकर समान के एवज में लोन लिया जाता था, बाद में उनके खाते से पैसा निकाल लिया जाता था.

कम्पनी का यूजर आईडी व पासवर्ड था पतावहीं पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने पकड़े गए जालसाजों के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि होम क्रेडिट में मलोखर गांव का जितेंद्र काम करता था, जिसे कम्पनी ने निकाल दिया, लेकिन इसके पास कम्पनी का यूजर आईडी व पासवर्ड पता था. अब उस यूजर आईडी की मदद से उसने लोन लिए एक दर्जन से अधिक लोंगो के डाटा को निकाल कर पहले आईडी पर फोटो बदला.

उसके बाद फर्जी नम्बर लेकर यूजर के डाटा पर पुनः लोन कराया और खाते से पैसा निकाल लिया. इस गिरोह में तीन अन्य मोबाइल के दुकानदार भी शामिल हैं जो आर्थिक लाभ के लिए जुड़े थे बाद में पुलिस की साइबर सेल टीम ने मुगलसराय पुलिस के साथ मिलकर इन ठगों से 55,000 रुपये नगद और दो एंड्राइड फ़ोन बरामद किया है. पूछताछ में इन्होंने बताया कि इन लोगों ने कुल 14 लोगों के साथ इस तरह की ठगी को अंजाम दिया है.
.Tags: Local18FIRST PUBLISHED : August 24, 2023, 18:10 IST



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