क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर आज अपना 52वां जन्मदिन मना रहे हैं. सचिन तेंदुलकर ने अपने इंटरनेशनल करियर का आगाज 15 नवंबर 1989 को पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट मैच के दौरान किया था. सचिन तेंदुलकर की उम्र तब 16 साल 205 दिन थी. सचिन तेंदुलकर के लिए यह मैच किसी भयानक सपने से कम नहीं रहा. सचिन तेंदुलकर को इस टेस्ट मैच में सिर्फ एक ही पारी खेलने को मिली थी. सचिन तेंदुलकर को 15 रन के निजी स्कोर पर वकार यूनुस ने अपना शिकार बनाया. सचिन तेंदुलकर को वकार यूनुस ने क्लीन बोल्ड किया था. सचिन तेंदुलकर ने भारत की पहली पारी में 24 गेंदों का सामना किया और 15 रन बनाए.
इतिहास में दर्ज हो गया ये मैच
सचिन तेंदुलकर ने इस मैच से निराश होकर क्रिकेट छोड़ने के बारे में सोचा था. सचिन तेंदुलकर ने एक बार ‘ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस’ शो में एक इंटरव्यू के दौरान बड़ा खुलासा करते हुए कहा था कि ‘उस वक्त मैंने सोचा कि कराची में मेरे जीवन की पहली टेस्ट पारी शायद आखिरी पारी होगी. आपको बता दें कि उस समय इंटरनेशनल क्रिकेट के कदम रखने वाले 16 साल के सचिन के सामने दुनिया का सबसे खतरनाक बॉलिंग अटैक था.
क्रिकेट छोड़ना चाहते थे सचिन
सचिन तेंदुलकर ने कहा था, ‘अपने पहले मैच में मुझे कुछ पता नहीं लग रहा था कि क्या हो रहा है. एक तरफ से वकार यूनुस बॉलिंग कर रहे थे तो दूसरी तरफ से वसीम अकरम. मुझे कुछ पता नहीं था और वे दोनों गेंद को रिवर्स स्विंग भी करा रहे थे. ऐसे अटैक के सामने मेरे पास कोई प्लान नहीं था. जब मैं ड्रेसिंग रूम में आया तो मेरे दिमाग में चल रहा था कि ये मेरे बस की बात नहीं है. मैंने ड्रेसिंग रूम में अपने साथी खिलाड़ियों से बात की.’
साथी खिलाड़ियों ने समझाया
सचिन ने कहा, ‘साथी खिलाड़ियों ने मुझे बताया कि मुझे विकेट पर समय बिताना होगा और संयम से काम लेना होगा, यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट है. आप दुनिया के सबसे बेस्ट बॉलिंग अटैक के सामने खेल रहे हो. साथी खिलाड़ियों ने मुझे बताया कि आप यह मत सोचो मुझे पहली ही गेंद से शॉट मारना शुरू कर देना है. आपको विपक्षी टीम के गेंदबाजों को सम्मान देना होगा.’
डेब्यू में सचिन ने सिर्फ 15 रन बनाए थे
अपने पहले टेस्ट में सचिन ने सिर्फ 15 रन बनाए थे, लेकिन साथियों द्वारा दी गई सलाह के बाद सचिन ने फैसलाबाद में खेले गए दूसरे टेस्ट में जोरदार वापसी की. सचिन ने कहा, ‘कराची के बाद फैसलाबाद टेस्ट की पहली पारी में मैंने 59 रन बनाए थे. इसके बाद जब मैं ड्रेसिंग रूम में वापस आया तो मैंने खुद से कहा, तूने कर दिखाया और तू कर सकता है.’