Asia Cup 2023: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने एशिया कप सुपर फोर चरण के अपने आखिरी मैच में शुक्रवार को बांग्लादेश के खिलाफ टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. फाइनल में पहले ही जगह पक्की कर चुकी भारतीय टीम ने इस मुकाबले के लिए पांच बदलाव किए हैं. कप्तान रोहित शर्मा ने अचानक एक घातक खिलाड़ी की किस्मत खोल दी है और उसे भारत के लिए वनडे क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका दिया है. टीम इंडिया का ये खिलाड़ी गेंदबाजों के लिए काल माना जाता है.
कप्तान रोहित ने खोल दी इस खिलाड़ी की किस्मत
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने तगड़ी चाल चलते हुए एशिया कप 2023 में बांग्लादेश के खिलाफ मैच में भारतीय टीम की Playing 11 में खतरनाक बल्लेबाज तिलक वर्मा को डेब्यू का मौका दिया है. रोहित शर्मा ने ऐसा करके बहुत बड़ा मास्टर कार्ड खेल दिया है. Playing 11 में सूर्यकुमार यादव, मोहम्मद शमी, प्रसिद्ध कृष्णा और शारदुल ठाकुर की वापसी हुई है. विराट कोहली, हार्दिक पांड्या, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को आराम दिया गया है. बांग्लादेश के लिए तंजिम शाकिब डेब्यू कर रहे है.
(@BCCI) September 15, 2023
गेंदबाजों के लिए है काल
तिलक वर्मा काफी लंबे-लंबे शॉट खेलने में भी माहिर हैं. तिलक वर्मा अगर चल गए तो वह भारतीय वनडे टीम से सूर्यकुमार यादव और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाजों की हमेशा के लिए छुट्टी कर सकते हैं. तिलक वर्मा ने आईपीएल 2023 में मुंबई इंडियंस के लिए 11 मुकाबले खेले थे, जिसमें उन्होंने 42.88 की औसत से 343 रन बनाए थे. 20 साल के तिलक वर्मा को मुंबई इंडियंस ने आईपीएल 2022 की मेगा नीलामी में 1.7 करोड़ रुपए में खरीदा था. 20 लाख रुपए की बेस प्राइस वाले वर्मा को खरीदने के लिए सनराइजर्स हैदराबाद, राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स जैसी टीमों ने भी बोली लगाई थी.
गरीबी से निकलकर टीम इंडिया तक का सफर
तिलक वर्मा के पिता पेशे से इलेक्ट्रीशियन थे. वह आर्थिक रूप से इतने कमजोर थे कि वह अपने बेटे के सपने का साकार नहीं कर सकते थे. बाएं हाथ के बल्लेबाज तिलक वर्मा पिछले दो सीजन के लिए मुंबई इंडियंस की टीम के अहम सदस्य रहे हैं, जिनका स्ट्राइक रेट 47 मैचों में 142 से अधिक का रहा है. अजीत अगरकर की अगुवाई वाली BCCI की सेलेक्शन कमिटी को तिलक वर्मा की बल्लेबाजी ने निश्चित रूप से आकर्षित किया है. तिलक वर्मा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके कोच सलाम बायश ने उन्हें कोचिंग के अलावा भोजन और जरूरत पड़ने पर अपने घर में रहने के लिए भी जगह दी. तिलक वर्मा के पिता नम्बूरी नागराजू अपने बेटे को क्रिकेट अकादमी भेजने की स्थिति में नहीं थे, लेकिन उनके कोच सलाम बायश ने उनके सभी खर्चों को वहन किया, जिसके दम पर आज वह इस मुकाम पर पहुंचे हैं. तिलक वर्मा को इस मुकाम पर पहुंचाने का श्रेय उसके कोच सलाम बायश को जाता है.