प्रशांत कुमार/बुलंदशहर: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से आकर कुछ लोग उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में चाय का बिजनेस कर रहे हैं. ये लोग स्टोव और केतली लेकर गली-गली जाकर नींबू चाट मसाला चाय बेच रहे हैं. हालांकि इससे पहले कभी नींबू चाट मसाला चाय लोगों ने नहीं पी थी. इसलिए नींबू चाट मसाला चाय लोगों को खूब पसंद आ रही है. ये लोग कचहरी, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, शहर के मुख्य चौराहे, और बाजारों में भी घूम-घूम कर नींबू चाट मसाला चाय बेच रहे हैं.
यह सभी नींबू चाट मसाला चाय बेचने वाले लोग एक बड़ी केतली उसके नीचे आग जलाने के लिए स्टोव और दूसरी बाल्टी में गिलास, नींबू और चाट मसाला रखकर निकलते हैं. इनके पास हमेशा गर्म चाय तैयार रहती है. हालांकि, यह चाय लोगों को खूब पसंद आ रही है. क्योंकि, इससे पहले बुलंदशहर के लोग मीठी, फीकी या डीप करने वाली ग्रीन टी या फिर लेमन टी के बारे में ही जानने थे. लेकिन, ऐसी अनोखी चाय भी उन्हें पीने को मिलेगी इसका अंदाजा नहीं था. यह लोग कोलकाता से आकर बुलंदशहर के लोगों को इस चाय का स्वाद चखा रहे हैं.
30 सेकंड में बन जाती है चाय
इस स्पेशल चाय को तैयार करने के लिए ये लोग चाट मसाला और नींबू का इस्तेमाल करते हैं. यह लोग केतली में चाय पत्ती डालकर पानी को उबालते हैं. इसके बाद गर्म पानी को गिलास में डालकर नींबू और चाट मसाला डालते हैं. इस पूरी चाय को ग्राहक के सामने ही यह लोग नींबू और चाट मसाला मिलाकर तैयार करते हैं. 30 सेकंड के अंदर ये चाय तैयार करके मिल जाती है. इसकी कीमत मात्र 10 रुपये है. इनकी चाय बनाने की स्टाइल और चाय का टेस्ट लोगों को बेहद पसंद आ रहा है. प्रतिदिन इनकी चाय की बिक्री बढ़ती जा रही है. अगर आप भी बुलंदशहर आए तो यह चाय पीना न भूलें.
चाय को बेहद पसंद कर रहे हैं लोग
नींबू चाट मसाला चाय बेचने वाले सुजीत मण्डल बताते हैं कि वह पश्चिम बंगाल के कोलकाता से चाय बेचने के लिए उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में आए हैं. वहीं, बुलंदशहर में चाय बेचकर रोजाना लगभग एक हजार रुपये कमा लेते हैं. इससे परिवार का अच्छा जीवन यापन हो रहा है. और इस चाय को लोग बेहद पसंद कर रहे हैं. वहीं, कुछ लोग मोबाइल नंबर लेकर अपने फोन में सेव कर लेते हैं. फिर उन्हें जब भी चाय की जरूरत होती है तो सुबह 10:00 बजे से लेकर शाम को 5:00 तक फोन करके चाय के लिए बुला लेते हैं. जबकि डिलीवरी का कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं देना होता है. इन लोगों ने मार्केट व सभी स्थानों पर जाने का अलग-अलग समय तय कर रखा है.