चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के खिलाफ शुक्रवार को खेले गए IPL मैच में 50 रन से शर्मनाक हार झेलने के बाद बड़ा बयान दिया है. स्टीफन फ्लेमिंग ने स्वीकार किया कि उनकी टीम हाल के वर्षों में चेपॉक की परिस्थितियों को समझने के लिए संघर्ष कर रही है. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने शुक्रवार को खेले गए IPL मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट पर 196 रन का स्कोर बनाया. जवाब में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर 146 रन ही बना पाई और मैच हार गई.
कोच फ्लेमिंग के बयान ने किया हैरान
स्टीफन फ्लेमिंग ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की घरेलू मैदान पर सबसे बड़ी हार के बाद कहा, ‘जैसा कि हम आपको कई वर्षों से बता रहे हैं, चेपॉक में घरेलू मैदान पर खेलने का कोई फायदा नहीं था. हमने कई बार घर से बाहर जीत हासिल की है. हम पिछले कुछ वर्षों में चेपॉक की पिच और विकेटों को पढ़ नहीं पाए हैं. इसलिए, यह कोई नई बात नहीं है.’
हार के बाद चेन्नई की पिच पर फोड़ दिया ठीकरा
चेपॉक, जिसे कभी स्पिनरों की मदद करने के लिए जाना जाता था. यहां आईपीएल 2024 में इस मैदान पर तेज गेंदबाजों ने 74 विकेट लिए, जबकि स्पिनरों ने सिर्फ 25 विकेट लिए. सीएसके ने इस बार टीम में स्पिन गेंदबाजों को विशेष तौर पर चयन किया. लेकिन, परिस्थितियां उनकी ताकत के अनुरूप नहीं रहीं. फ्लेमिंग ने माना है कि चेपॉक की पिच में काफी बदलाव आया है. जहां आप चार स्पिनरों को खिला सकते हैं. हमें हर पिच की प्रकृति को समझने के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है, और यह काफी अलग है.
दूसरी पारी में पिच धीमी होती गई
सीएसके को उम्मीद थी कि दूसरी पारी में ओस की भूमिका अहम होगी, क्योंकि इससे उन्हें लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी. हालांकि, सतह धीमी होती गई, जिससे स्ट्रोक खेलना मुश्किल होता गया. सीएसके के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा कि मुझे अब भी लगता है कि इस विकेट पर 170 रन का स्कोर बराबर था. बल्लेबाजी करना इतना आसान नहीं था. जब आप 170 रन का पीछा कर रहे होते हैं, तो आपके पास थोड़ा ज्यादा समय होता है, लेकिन जब आप 20 रन अतिरिक्त का पीछा कर रहे होते हैं, तो आपको पावरप्ले में अलग तरह से बल्लेबाजी करनी होती है, और आज ऐसा नहीं हुआ. यह थोड़ा धीमा हो गया.