रिपोर्ट: अंश कुमार माथुर
बरेली. रामपुर जिला बरेली से 74 किलोमीटर दूर है, लेकिन इस जिले के नाम से एक बाग आज भी बरेली शहर की शोभा बढ़ा रहा है. बरेली में आज अगर आप हरियाली तलाशेंगे तो शहर में सबसे ज्यादा हरे-भरे पड़े रामपुर बाग में ही देखने को मिलेंगे. इसलिए यह हिस्सा आज भी अपनी हरियाली की वजह से शहर के लोगों को पसंद आता है.
रामपुर बाग के सामने ही जिले के विकास भवन समेत कई प्रमुख सरकारी कार्यालय हैं. इस जगह को रामपुर बाग कब से कहा जाने लगा इस बारे में इतिहास के जानकार वसीम अख्तर ने बताया कि शहर का यह हिस्सा रामपुर के नवाब को अंग्रेजी हुकूमत ने 1857 की क्रांति के समय अंग्रेजों का साथ देने पर पुरस्कार के रूप में दिया था. यह बाग रामपुर के नबाव का होने की वजह से रामपुर बाग कहा जाने लगा. रामपुर के नवाब के पास बरेली का यह सबसे बड़ा बाग था. उस वक्त उनकी कोठी के हिस्से में ही यह बाग आता था और यह कोठी लगभग 820 बीघे में बनी हुई थी.
अस्तित्व में आई रामपुर बाग कॉलोनीदेश स्वतंत्र होने के बाद रामपुर के नवाब ने यहां की अधिकतर जमीन को सामाजिक कार्यों के लिए दान में दे दिया था और कुछ जमीनों को बेच दिया था. उन्हीं पर वर्तमान समय में एलन क्लब, बरेली कालेज, पोस्ट ऑफिस, मिशन अस्पताल आदि बने हुए हैं. बरेली में स्वतंत्रता के बाद सिविल लाइंस को शहर के उत्तर-पूर्व दिशा में विस्तारित किया जाने लगा. इसकी दूसरी तरफ आम के बाग को आवासीय रामपुर बाग कॉलोनी के रूप में बसाया जाने लगा. बाग के एक अन्य हिस्से को पर्यावरण संरक्षण के लिए बाग के रूप में छोड़ दिया गया. जिसे पहले कंपनी गार्डन और अब गांधी उद्यान के नाम से जाना जाता है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Bareilly news, UP newsFIRST PUBLISHED : March 15, 2023, 11:42 IST
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