सहारनपुर: आज के समय में युवा हों या बुजुर्ग सभी कमर दर्द से काफी परेशान रहने लगे हैं. कुछ लोग तो दवाइयों के सहारे ही अपने जीवन को चला रहे हैं. कई लोगों का कमर दर्द तो यहां तक बढ़ जाता है कि ऑपरेशन कराने तक कि हालत हो जाती है. आयुर्वेद के पंचकर्म चिकित्सा पद्धति में इसका बेहतरीन इलाज है. भारत की इस चिकित्सा पद्धति को यहां के लोग भले ही कम जानते हों लेकिन विदेशी तक इस चिकित्सा पद्धति को इस्तेमाल कर रहे हैं.
आयुर्वेद के पंचकर्म चिकित्सा पद्धति में कमर दर्द के लिए ‘कटी बस्ती’ थेरेपी की जाती है. कमर दर्द के मरीज ‘कटी बस्ती’ थेरेपी के जरिए कमर दर्द से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं.
आयुर्वेद की इस थेरेपी में कमर दर्द वाले स्थान पर आटे की दीवार बनाकर उसमें विभिन्न प्रकार का जड़ीबूटियों का तेल हल्का गर्म कर डाला जाता है. इस थेरेपी को महीने में दो बार कराने के बाद कमर दर्द से परेशान लोग दौड़ने, कूदने लगते हैं. सहारनपुर में यह थेरेपी मात्र 1,600 रुपये में आयास आयुर्वेद चिकित्सालय में की जा रही है. अन्य जगहों पर इस थेरेपी को कराने के लिए लोगों को 4 से 5 हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं.
कमर दर्द को जड़ से उखाड़ फेंकने में काम आती है ‘कटी बस्ती’ थेरेपीआयुर्वेद डॉ हर्ष ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि ‘कटी बस्ती’ आयुर्वेद में वर्णित पंचकर्म चिकित्सा पद्धति का एक भाग है. जो लोग कमर के दर्द से परेशान होते हैं जैसे कमर में अकड़न रहती है कमर से पैरों में दर्द आता है, चलने फिरने में परेशानी होती है ऐसी प्रॉब्लम में ‘कटी बस्ती’ एक प्रोसीजर है जो आयुर्वेद में बताया गया है.
इसमें मरीज का वह एरिया जहां पर उसको दर्द हो रहा है वहां पर सबसे पहले आटे की दीवार बनाई जाती है. फिर जड़ी बूटियों के तेल को हल्का गर्म करके उस आटे की दीवार के अंदर डाला जाता है और उसको उसी पार्टिकुलर टेंपरेचर पर होल्ड करके 1 घंटे तक रखा जाता है. तेल को गर्म करने के लिए इनडायरेक्ट हिट दी जाती है. सीधे बर्तन में तेल को गर्म नहीं किया जाता अन्यथा तेल अपने औषधीय गुणों को खो देता है. ‘कटी बस्ती’ थेरेपी का चार्ज ₹1,600 रखा गया है. विदेशों में इसी थेरेपी के लिए चार से पांच हजार रुपये खर्च होते हैं.
Tags: Local18, Saharanpur newsFIRST PUBLISHED : December 26, 2024, 18:03 IST