कृषि विशेषज्ञ बाबू लाल मौर्य ने बताया कि किसान धड़ल्ले से रासायनिक उर्वरक का इस्तेमाल खेती में कर रहे हैं. ऐसे में मिट्टी की सेहत में सुधार के लिए मृदा परीक्षण कराना बेहद जरूरी है. मृदा की रिपोर्ट के आधार पर ही कार्बनिक एवं रसायनिक खादों का प्रयोग करना चाहिए. कृषि विज्ञान केंद्र में मात्र 10 रूपए में मिट्टी की जांच हो जाती है. इसी आधार पर खेती करनी चाहिए.