किराए के मकान में रहते थे 6 युवक, जेब में रखते थे नोटों की गड्डियां, अमीरी देख उड़े पुलिस अफसर के होश

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किराए के मकान में रहते थे 6 युवक, जेब में रखते थे नोटों की गड्डियां, अमीरी देख उड़े पुलिस अफसर के होश

मुजफ्फरनगर. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद की नगर कोतवाली पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली है. मुखबिर की सूचना पर आज न्याजीपुरा गांव में एक मकान पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान मकान से टीम ने 5 लाख 30 हजार रुपये की नकली करेंसी के साथ नकली नोट छापने के उपकरण भी बरामद किए हैं. मौके से पुलिस ने छह अभियुक्त गुड्डू, फारूख, रितेश, सुगुन, अंकित और निखिल को भी गिरफ्तार किया है. जबकि इनके दो साथी रोहित और सचिन अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.

पुलिस गिरफ्त में आए इन अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान बताया है कि अब तक वह तकरीबन 10 लाख रुपये कि नकली करेंसी के 500 और 100 के नोट छाप कर बाजार में बेच चुके हैं. पुलिस की माने तो इन नकली करेंसी को खरीदने वाले लोगों के भी कुछ नाम प्रकाश में आए हैं. जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि इस गिरोह के लोग भोले-भाले लोगों को अपनी बातों में फंसा कर 25 हजार के असली नोटों के बदले में 1,00,000 रुपये के जाली नोट देकर मुनाफा कमाया करते थे.

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पुलिस ने जहां पूछताछ के बाद इन सभी अभियुक्तों को जेल भेज दिया है, तो वहीं इस घटना की अधिक जानकारी देते हुए एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल ने बताया कि आज जनपद की एसओजी टीम और थाना कोतवाली नगर की संयुक्त पुलिस टीम की ओर से इसमें एक जाली इंडियन करेंसी नोट बनाना उसको आगे बेचकर मार्केट में सर्कुलेट करने वाले छह अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. प्राइमरी इनपुट हमारे जनपद के एसओजी टीम के पास थी जहां पर कोतवाली नगर के नियाजुपुरा में एक किराए के कमरे में जो यह इंडियन करेंसी नोट है, इनको बनाया जा रहा था. वहां पर जब गए तो प्रिंटर लैपटॉप वाटरमार्क बनाने के लिए बटरपेपर फ्रेम इंक बहुत ही हाई क़्वालिटी मेटीरियल मिला और बहुत ही एक हाई क़्वालिटी के फेक इंडियन करेंसी के नोट इनसे बरामद हुए हैं.

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एसपी ने आगे बताया कि इनसे टोटल 5, 00,000 रुपये के ₹500 के और ₹100 के डीजोनमेशन इनसे नोट बरामद हुए हैं. इसमें चार मुख्य लोग हैं इसमें अंकित है रितेश निखिल और रोहित जो नोट की प्रिंटिंग और मैन्युफैक्चरिंग में शामिल है और तीन लोग इसमें हैं. गुड्डू फारुख और सुगनु जो नोट को इनसे खरीदकर आगे बेचने में इसमें शामिल हैं. इनका बताना यह है कि करीब 10 लाख नोट अभी तक प्रिंट कर चुके थे और उसको मार्केट में बेच चुके थे.

इसमें से कुछ लोग जो खरीदने वाले लोग हैं पूछताछ में उनके नाम आए हैं, उनको भी इसमें वांछित किया गया है, उनको भी जल्दी गिरफ्तार किया जाएगा. इनमें से दो लोग एक सुगनू और एक फारूक इनका लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास भी है. जनपद बुलंदशहर से भी इन पर डकैती के मुकदमे हैं यह लोग एक पेसिफिक कंपनी है जेके बांड का A4 पेपर आता है उस पेपर को यूज करते थे. उसकी जो पेपर की क्वालिटी है असली नोट से लगभग लगभग मेल खाती है.

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