मेरठ. लॉकडाउन के दौरान गंगा की गोद में अटखेलियां करते हुए बड़ी संख्या में डॉल्फिन देखी गई थीं. इस दौरान उनके कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. इस दौरान लोगों का कहना था कि प्रकृति भी लॉकडाउन के दौरान शांति रहने से खुश है. हालांकि इस साल जो गैंगटिक डॉल्फिन के आंकड़े सामने आए हैं वो भी किसी खुशखरबी से कम नहीं है. जिला वन अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि डॉल्फिन की गणना के प्रारम्भिक परिणाम बेहद उत्साहजनक हैं. उन्होंने बताया कि बिजनौर बैराज से नरौरा बैराज तक 40 से ज्यादा डॉल्फिन पाई गई हैं. वन अधिकारी का कहना है कि डॉल्फिन की अच्छी साइटिंग भी देखने को मिली है.यही नहीं इस खूबसूरत जलीय जीव के बच्चे भी गणना के वक्त देखे गए हैं. डिस्ट्रिक फॉरेस्ट ऑफिसर ने बताया कि डॉल्फिन का हैबिटैट बेहद उत्साहजनक है. गौरतलब है कि डबल्यूआईआई और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने इस सर्वे को किया है. राजेश कुमार ने बताया कि वैज्ञानिक मानते हैं ये एरिया गैंगेटिक डॉल्फिन के लिए बेहद अच्छा है.डॉल्फिन की गणना के दौरान मेरठ के हस्तिनापुर स्थित मखदूमपुर गंगा घाट पर खूबसूरत डॉल्फिन दिखी थी. आमतौर पर डॉल्फिन की गणना हो जाती है लेकिन तस्वीर कैमरे में कैद नहीं हो पाती लेकिन इस बार डॉल्फिन की काउंटिंग के समय न सिर्फ डॉल्फिन कैमरे में कैद हुई थी बल्कि टीम ने भी इस खूबसूरत जलीय जंतु के साथ सेल्फी ली थी.नए तरीके से की गई गणनागौरतलब है कि इस बार बिलकुल नए तरीके से डॉल्फिन की गणना की गई है. गंगा नदी में पाई जाने वाली गंगा डॉल्फिन सुसु जिसे भारतीय एक्वेटिक एनिमल का दर्जा प्राप्त है उसकी साइंटिफिक गणना उत्तर प्रदेश वन विभाग वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया देहरादून एवं डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की संयुक्त 5 टीमें नई पद्धति के आधार पर गणना कर रही थीं. इस साल डायरेक्ट साइटिंग के अलावा तकनीकी यंत्रों का उपयोग कर डॉल्फिन की तरंगों की स्टडी करना एवं इको सोनार इत्यादि तकनीकों से सतह के आसपास भी डॉल्फिन की गणना की गई. मेरठ जनपद में हस्तिनापुर वन्य जीव विहार में बहने वाली गंगा नदी में 5 टीमों में कुल 25 सदस्यों ने डॉल्फिन की गणना साइंटिफिक तौर पर की.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |FIRST PUBLISHED : April 29, 2022, 20:27 IST
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