खुद का रोजगार शुरू कर फूलचंद ने बदली किस्मत, अब अन्य महिलाओं के चेहरे पर भी बिखेर रहे मुस्कान

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खुद का रोजगार शुरू कर फूलचंद ने बदली किस्मत, अब अन्य महिलाओं के चेहरे पर भी बिखेर रहे मुस्कान



आदित्य कृष्ण/अमेठी– अमेठी के फूलचंद मौर्य ने अपनी मेहनत, संघटनात्मक कार्य और सामाजिक प्रभाव के माध्यम से एक प्रेरणादायक कहानी पेश की है. उन्होंने पंखों के माध्यम से नहीं, बल्कि हौसलों के जरिए उड़ान भरी है. जिनके सपनों में जान होती है और वे मेहनत और लगन से अपने काम को सफलता तक पहुंचाते हैं. फूलचंद मौर्या ने अमेठी में एक समूह बनाकर न केवल अपनी किस्मत चमकाई है, बल्कि उन्होंने दूसरी महिलाओं को भी रोजगार के अवसर प्रदान करके उनकी जिंदगी में मुस्कान लाने का काम किया है. आज, फूलचंद मौर्या के साथ जुड़ी महिलाएं व्यवसाय में सम्मिलित होकर अच्छा मुनाफा कमा रही हैं.

गौरीगंज तहसील के अफूईयां गांव में रहने वाले फूलचंद मौर्या एक सामान्य परिवार से हैं, लेकिन उन्हें रोजगार की समस्या का सामना करना पड़ा. इस परिस्थिति में, उन्होंने निर्णय लिया कि वे अपने व्यवसाय की शुरुआत करेंगे. परिवार की सलाह के अनुसार, उन्होंने समूह में शामिल होकर नमकीन और मठरी बनाने का काम शुरू किया. छोटे स्तर पर व्यवसाय की शुरुआत करने के बाद, फूलचंद मौर्या ने धीरे-धीरे अपनी पहचान को अपने पूरे जिले में स्थापित करने के साथ-साथ अन्य जिलों में भी उत्कृष्टता हासिल की. उनकी मेहनत, लगन और समर्पण के बाद, उनका व्यवसाय दिन-प्रतिदिन बढ़ता गया.


महिलाओं को दे रहें रोजगार

फूलचंद मौर्या ने गांव की महिलाओं को अपने साथ जोड़कर एक समूह बनाया है और आज गांव में लगभग 10 महिलाएं उनके इस समूह में शामिल हो चुकी हैं, जो नमकीन और मठरी बनाने में मदद करती हैं. ये महिलाएं घर पर प्राकृतिक रूप से तैयार होने वाली मठरी और नमकीन को मशीन में पैक करने के साथ होलोग्राम लगाकर उन्हें बाजारों में बेचती हैं. इस रोजगार से फूलचंद मौर्या ने न केवल अपने परिवार का पोषण किया है, बल्कि इससे जुड़ी अन्य महिलाओं को भी रोजगार का अवसर मिला है और वे इस काम से खुश हैं.

पहले थी आर्थिक समस्या अब नहीं है कोई दिक्कतफूलचंद मौर्या ने बताया कि लगभग 3 साल पहले, वर्ष 2020 में, उन्होंने इस व्यवसाय की शुरुआत की थी और आजकल वह इस काम से काफी फायदा उठा रहे हैं. उनके काम में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहता है. पहले जब वे इस काम में शामिल नहीं थे, तब उनके परिवार में आर्थिक समस्याएं थीं, लेकिन अब इस काम में शामिल होने के बाद, सभी समस्याएं दूर हो गईं. एक समूह में शामिल हुई एक महिला ने बताया है कि उन्हें घर से बाहर निकलने की जरूरत नहीं होती है और उन्हें रोज़ाना 500-600 रुपये कमाने का अवसर मिलता है. इस समूह से हमें काफी लाभ मिल रहा है.
.Tags: Amethi news, Latest hindi news, Local18, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : July 16, 2023, 21:27 IST



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