Team India Cricketer: टीम इंडिया को अब 12 जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. भारत का वेस्टइंडीज दौरा 12 जुलाई से शुरू होगा जो 13 अगस्त तक चलेगा. वेस्टइंडीज के इस दौरे पर भारत को 2 टेस्ट, 3 वनडे और 5 टी20 इंटरनेशनल मैच खेलने हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) में हार के बाद टीम इंडिया के इन 2 खिलाड़ियों का टेस्ट करियर लगभग खत्म हो गया है और बीसीसीआई ने बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं. अपने खराब प्रदर्शन के चलते टीम इंडिया के ये दो खिलाड़ी अब शायद ही कभी भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलते नजर आए.कहानी अभी बाकी हैलाइव टीवी
1. चेतेश्वर पुजारा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) में हार के बाद भारत के टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का टीम इंडिया से पत्ता कट सकता है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) में चेतेश्वर पुजारा पहली पारी में 14 और दूसरी पारी में 27 रन बनाकर आउट हो गए थे. चेतेश्वर पुजारा को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में खराब प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया से ड्रॉप किया जा सकता है. वेस्टइंडीज के खिलाफ 12 जुलाई से शुरू होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज से चेतेश्वर पुजारा को बाहर किया जा सकता है. पिछली 10 टेस्ट पारियों में चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से एक भी बार 59 से ज्यादा रनों की पारी नहीं निकली है. चेतेश्वर पुजारा ने आखिरी बार शतक 14 दिसंबर 2022 को बांग्लादेश दौरे पर लगाया था. पुजारा ने तब चटगांव में ही नाबाद 102 रनों की पारी खेली थी. इस पारी के बाद से उनका एक भी शतक नहीं आया है. BCCI के पूर्व चयनकर्ता ने कहा, ‘वेस्टइंडीज दौरे के साथ समस्या यह है कि अगर पुजारा रन बनाते हैं तो आपको अगले साल तक उन्हें बाहर करना मुश्किल होगा. टीम को अगला टेस्ट दिसंबर में खेलना है. ऐसे में अगर आप अभी किसी युवा को मौका देते हैं तो वह आने वाले समय की बड़ी चुनौती के लिए तैयार रहेगा.’ सूर्यकुमार यादव और श्रेयस अय्यर ऐसे बल्लेबाज हैं, जो टेस्ट क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा की नंबर-3 की जगह को खा सकते हैं.
2. उमेश यादव
उमेश यादव का टेस्ट करियर लगभग खत्म हो गया है. बीसीसीआई के एक चयनकर्ता ने गोपनीयता की शर्त पर इस बात पर निराशा जताई कि पिछले साल दिसंबर में बांग्लादेश के बाद भारत की ‘ए’ टीम ने कोई विदेशी दौरा नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘देखिए, उमेश अपने करियर के आखिरी चरण में है, लेकिन ‘ए’ टीम का दौरा नहीं होने से आपको यह पता नहीं होता है कि कौन उनकी जगह लेने के लिए तैयार है. एक समय था जब हमारे पास मयंक अग्रवाल, ऋषभ पंत, हनुमा विहारी, मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी लगातार ’ए’ टीम के लिए खेलते हुए राष्ट्रीय टीम के लिए तैयार रहते थे. अब आप खिलाड़ियों के बारे में नहीं जानते. मुझे तेज गेंदबाज में सिर्फ मुकेश कुमार ही नजर आते हैं लेकिन उनके पास भी अधिक गति नहीं है और स्विंग पर विश्वास करते हैं.’ मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद शमी जैसे तेज गेंदबाजों के कारण उमेश यादव का टेस्ट करियर लगभग खत्म हो चुका है.