खेतों की सिंचाई के लिए बेस्ट है ये तरीका, लागत कम और पैदावार झमाझम! सब्सिडी मिलेगी सो अलग

admin

दुधवा नेशनल पार्क में पहली बार होगी शाकाहारी वन्यजीवों की गणना

Agency:News18 Uttar PradeshLast Updated:February 11, 2025, 16:18 ISTKannauj: खेतों में अगर इस तरह सिंचाई करेंगे तो न केवल खर्चा कम आएगा बल्कि फसल भी बर्बाद होने से बच जाएगी. सरकार भी सब्सिडी देती है जिससे आप खेतों में स्प्रिंकलर से सिंचाई कर सकते हैं. X

इससे खेतों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिलेगाहाइलाइट्सपर ड्रॉप मोर क्रॉप योजना से सिंचाई में पानी की बचत होती है.दो हेक्टेयर तक की भूमि पर 90% सब्सिडी मिलती है.किसान ऑनलाइन या उद्यान विभाग में आवेदन कर सकते हैं.कन्नौज. कन्नौज जिला उद्यान अधिकारी के अनुसार, पर ड्रॉप मोर क्रॉप योजना किसानों के लिए बेहद फायदेमंद सिद्ध हो रही है. इस योजना के तहत एक बूंद पानी से अधिक फसल उत्पादन को प्रोत्साहित किया जाता है. किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर प्रणाली के माध्यम से सिंचाई की सुविधा दी जाती है, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ती है और पानी की बचत भी होती है.

इस आधार पर मिलती है सब्सिडीइस योजना के अंतर्गत किसानों को उनकी भूमि के आकार के अनुसार सब्सिडी दी जाती है. दो हेक्टेयर तक की भूमि वाले किसानों को 90% सब्सिडी मिलती है, जबकि दो हेक्टेयर से अधिक भूमि वाले किसानों को 80% सब्सिडी दी जाती है. उदाहरण के रूप में, अगर किसी ड्रिप स्प्रिंकलर की बाजार कीमत 1,16,000 रुपये है, तो किसान को केवल 9,453 रुपये ही देने होंगे. शेष राशि उद्यान विभाग द्वारा सब्सिडी के रूप में कंपनी को दी जाती है.

इस योजना को सूक्ष्म सिंचाई योजना कहा जाता है, जिसमें पर ड्रॉप मोर क्रॉप तकनीक के माध्यम से अधिक उत्पादन को बढ़ावा दिया जाता है. सरकार द्वारा अधिकृत 85 कंपनियां किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर प्रणाली उपलब्ध कराती हैं. किसान अपनी पसंद की कंपनी से यह प्रणाली खरीद सकते हैं.

किसानों को मिलते हैं कई लाभइस प्रणाली से किसानों को कई तरह के लाभ मिलते हैं. पानी की बचत होती है और केवल जरूरी मात्रा में ही सिंचाई होती है. फसलों को उनकी जरूरत के अनुसार पानी मिलता है, जिससे उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा दोनों में सुधार होता है. फसल की गुणवत्ता बढ़ने से किसानों को उनकी उपज का उचित दाम मिलता है. दूर-दूर लगी फसल के लिए ड्रिप सिंचाई और पास-पास वाली फसल के लिए स्प्रिंकलर प्रणाली उपयोगी होती है.

ऑनलाइन कर सकते हैं अप्लाईजिला उद्यान अधिकारी सीपी अवस्थी के अनुसार, यह योजना किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है. किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं या सीधे उद्यान विभाग जाकर भी आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के लिए खेत की खतौनी, आधार कार्ड, बैंक पासबुक और पासपोर्ट साइज फोटो जरूरी है.

परंपरागत सिंचाई प्रणाली से अधिक पानी खर्च होता है और कभी-कभी फसलों को नुकसान भी पहुंचता है. ड्रिप और स्प्रिंकलर प्रणाली से फसलों को उतना ही पानी मिलता है जितना उनकी जरूरत होती है. इससे पानी की बचत, फसल की अच्छी गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता में वृद्धि होती है. किसानों को इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए ताकि वे कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकें.
Location :Kannauj,Uttar PradeshFirst Published :February 11, 2025, 16:18 ISThomeagricultureखेतों की सिंचाई के लिए बेस्ट है ये तरीका, लागत कम और पैदावार झमाझम!

Source link