खीरे की फसल में किया है इस खतरनाक कीटनाशक का छिड़काव, तो 5 दिनों तक न करें ये काम

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खीरे की फसल में किया है इस खतरनाक कीटनाशक का छिड़काव, तो 5 दिनों तक न करें ये काम

शाहजहांपुर: खीरे को सलाद के तौर पर खाना लोग बड़े चाव से पसंद करते हैं. खीरे में कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं, लेकिन आपके द्वारा की गई जरा सी चूक और खीरा उगाने में की गई गलतियां आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती हैं. खीरे में कई हानिकारक कीटनाशक का भी इस्तेमाल किया जाता है. इसलिए खीरा खाने से पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान जरूर रखें.

कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर की पादप सुरक्षा विभाग की एक्सपर्ट डॉ नूतन वर्मा का कहना है कि खीरा तैयार करने में हानिकारक कीटनाशक का इस्तेमाल होता है. कीटनाशक का इस्तेमाल करने के बाद किसान कुछ ही घंटे के बाद खीरा तोड़कर बाजार में ले जाते हैं. यहां से लोग खरीदकर अपने घर पर ले जाते हैं. हानिकारक कीटनाशक का सीधा असर उनके स्वास्थ्य पर बढ़ता है. अगर आप खीरा बाजार से खरीद कर खा रहे हैं तो आप खाने से पहले कुछ सावधानियां बरत लें. जिससे कीटनाशक के नुकसान को कुछ हद तक कम किया जा सकता है.

कब करें कीटनाशक का इस्तेमाल?डॉ. नूतन वर्मा ने बताया कि खीरा और ककड़ी की फसल में फल भेदक कीट लगते हैं. ऐसे में खीरा जब वानस्पतिक अवस्था में हो उस वक्त कीटनाशक का इस्तेमाल करना चाहिए. किसानों को इमिडाक्लोप्रिड 17.8 2ml प्रति 1 लीटर पानी में घोल बनाकर इसका छिड़काव कर दें. ध्यान रखें कि यह छिड़काव तब करें जब खीरा में 5% से 10% फूल आएं हों. अगर यह छिड़काव इस वक्त कर दें तो खीरे की फसल को नुकसान नहीं होगा. खीरे की फसल में फलक की अवस्था में किसी भी कीटनाशक का इस्तेमाल न करें. कीटनाशकों का इस्तेमाल मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद ही हानिकारक जो सकता है.

5 दिनों तक रहता है असरडॉ. नूतन वर्मा ने बताया कि फलक की अवस्था में अगर खीरे की फसल पर कीटों का प्रकोप आ जाए तो किसान थायोमेथोक्सम का इस्तेमाल करते हैं. जिसका असर फसल पर 5 से 7 दिन तक रहता है. इमिडाक्लोप्रिड का इस्तेमाल करने से फसल पर 5 दिन तक असर रहता है. अगर ऐसे में ध्यान रखें कि अगर इन दवाओं का छिड़काव खीरे की फसल में किया गया है तो खीरे की हार्वेस्टिंग जल्द ना करें.

नीम उत्पाद का करें इस्तेमालडॉ. नूतन वर्मा ने बताया कि फलक की अवस्था में अगर खीरे में फल भेदक कीट कट लग जाएं तो निंबोली से तैयार उत्पाद का इस्तेमाल कर सकते हैं. डॉ नूतन वर्मा ने बताया कि NSKE (neem seed kernel extract) 3% या 5% का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा नीम के तेल 3ml प्रति 1 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव कर सकते हैं.

खीरा खाने से पहले करें ये कामडॉ. नूतन वर्मा ने बताया कि अगर आप बाजार से खीरा खरीद कर ला रहे हैं तो आप खाने से पहले उसको अच्छी तरह से साफ कर लें. खीरे को साफ करने के लिए पानी में नमक डालकर खीरे को 10 मिनट के लिए डुबोकर छोड़ दें. या दो ढक्कन सिरका 1 लीटर पानी में मिलाकर खीरे को डुबोकर कुछ समय के लिए रख दें. उसके बाद दो से तीन बार साफ पानी से धोकर खीरा खाया जा सकता है. ऐसा करने से कीटनाशक के नुकसान को कम किया जा सकता है.
Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 30, 2024, 18:24 IST

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