सृजित अवस्थी/पीलीभीत: जिले में लगातार बढ़ रही वन्यजीवों की संख्या पर्यटन के लिहाज से तो फायदेमंद साबित हो रही है. लेकिन स्थानीय लोगों के लिए परिस्थितियां लगातार विपरीत होती जा रही हैं. बीते कुछ दिनों में वन्यजीवों के हमले की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है. इन घटनाओं में कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
पीलीभीत जिले में तकरीबन 73 हजार हेक्टेयर जंगल मौजूद है. अनुकूल वातावरण के चलते यहां लगातार वन्यजीव संरक्षण हो रहा है. नतीजतन यहां बाघ व तेंदुए जैसे वन्यजीवों का कुनबा तेजी से बढ़ रहा है. इस बढ़ती संख्या ने ही पीलीभीत को देश-दुनिया में अलग पहचान दिलाई है. लेकिन दूसरा पहलू यह भी है कि जंगल से सटे इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए परिस्थितियां दिन ब दिन बिगड़ती जा रही हैं.
वन्यजीवों के हमले की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ
बीते कुछ महीनों से ज़िले के अलग-अलग इलाकों में वन्यजीवों के हमलों की घटनाएं सामने आ रही हैं. अगर आंकड़ों की बात की जाए तो 30 मई के बाद से अब तक 5 ग्रामीण ग्रामीण बाघ का निवाला बन चुके हैं. वहीं 3 घटनाएं एक ही इलाके में हो चुकी हैं. दूसरी ओर तेंदुए के हमले में भी एक मासूम की जान जा चुकी है और घायलों का आंकड़ा दर्जन भर तक पहुंच चुका है.
नेपाली हाथियों का झुंड भी मचा रहा उत्पात
एक ओर जहां बाघ व तेंदुए जिले भर के तमाम इलाकों में दहशत का पर्याय बने हुए हैं. वहीं नेपाल सीमा पर स्थित कई इलाकों में नेपाल से आए हाथियों के झुंड ने ग्रामीणों की नींद उड़ा दी है. बीते कुछ सप्ताह में ये झुंड दर्जनों एकड़ धान की फसल को रौंद चुके हैं. वहीं बीते दिनों ग्रामीणों की झोपड़ी उजाड़ने का मामला भी सामने आया था.
बचाव के लिए उठाएंगे कदम
पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने बताया कि कई इलाके इन मामलों को देखते हुए संवेदनशील हैं. जल्द से जल्द यहां पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे. शासन को अवगत करा दिया गया है.
.Tags: Local18, Pilibhit news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 26, 2023, 21:43 IST
Source link