सृजित अवस्थी/ पीलीभीत.बीते कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के पीलीभीत ज़िले में लोगों को भीषण गर्मी का प्रकोप झेलना पड़ रहा है. लू के चलते लोग डायरिया का शिकार तो हो ही रहे हैं. इसके साथ ही साथ ही त्वचा रोगों के मरीज़ों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. ऐसे में डॉक्टर अब लोगों को विशेष एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं.दरअसल, इन दिनों पूरे प्रदेश भर के तमाम जनपदों में लोग गर्मी से जूझ रहे हैं. अगर पीलीभीत ज़िले की बात की जाए तो यहाँ बीते कुछ दिनों में डायरिया के मरीज़ों में तेज़ी से इज़ाफ़ा हुआ है.डॉक्टर इसके पीछे का प्रमुख कारण इस चिलचिलाती गर्मी को मान रहे हैं. लेकिन ये गर्मी न केवल डायरिया का कारण बन रही है इसके साथ ही साथ लोग धूप के चलते त्वचा रोगों से भी जूझ रहे हैं. बीते दो दिनों में ज़िले के कुछ इलाकों में मामूली बूंदाबांदी देखी गई है. लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक़ बारिश के बाद निकलने वाली धूप त्वचा के लिए घातक साबित होती है. आम दिनों में पीलीभीत के जिला अस्पताल में आने वाले कुल मरीज़ों की संख्या में तकरीबन 5 प्रतिशत मरीज त्वचा संबंधी रोगों के इलाज के लिए आते हैं. लेकिन बीते तीन दिनों में यह आंकड़ा दोगुने से भी अधिक हो गया है.धूप के संपर्क में आने से हो रही ये बीमारीपीलीभीत जिला अस्पताल में बतौर त्वचा रोग विशेषज्ञ तैनात डॉक्टर एसपी सिंह ने न्यूज 18 लोकल से बातचीत के दौरान बताया कि मई से जुलाई माह तक गर्मी अपने चरम पर होती है. इस दौरान धूप के संपर्क में आने से व अधिक पसीना आने से लोगों के शरीर पर छोटे छोटे दाने होने लगते हैं. इसे प्रिकली हीट या मिलिएरिया कहते हैं. इसके भी तीन प्रकार होते हैं. पहला मे व्यक्ति के शरीर में सामान्य दाने होते हैं. वहीं दूसरे में त्वचा का रंग लाल पड़ने लगता है. कई गंभीर मामलों में इन दानों में पस की समस्या भी देखी जाती है. इससे बचने के लिए लोगों को शरीर को पसीने से बचाना चाहिए. वहीं इस दौरान साफ़ सफ़ाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. अगर किसी भी व्यक्ति को इसके लक्षण नज़र आ रहे हैं तो उसे तुरंत अपने नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करना चाहिए..FIRST PUBLISHED : June 23, 2023, 22:08 IST
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