केजीएमयू में सरस्वती पूजा की 112 साल पुरानी परंपरा, तैयारियों में जुटे 300 छात्र

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केजीएमयू में सरस्वती पूजा की 112 साल पुरानी परंपरा, तैयारियों में जुटे 300 छात्र



ऋषभ चौरसिया/लखनऊ : बसंत पंचमी का पर्व मां सरस्वती की उपासना और समर्पण का पर्व है जो हर साल हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस खास मौके पर राजधानी के केजीएमयू में कल, यानी 14 फरवरी को वसंत पंचमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा.केजीएमयू में सरस्वती मंदिर में पूजा की तैयारियां अंतिम दौर में हैं. केजीएमयू के 300 से अधिक मेडिकल के छात्र सरस्वती मंदिर के पार्क को फूलों से सजा रहे हैं.

मेडिकल छात्रों ने बसंत पंचमी के लिए अपनी मेहनत से पार्क को खूबसूरत फूलों से सजाया है, जिससे पूरा दृश्य मनमोहक हो गया है. 300 छात्र बीते दो दिनों से यहां पर काम कर रहे हैं, फूलों की रंगोली बना रहे हैं, सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है .ताकि जो लोग पूजा में शामिल होने पहुंचे हैं, वे अपनी खूबसूरत तस्वीरें भी ले सके. सरस्वती पूजा के अवसर पर पार्क में इस बार पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि की देने के लिए भी जगह निर्धारित की गई है जिसे भी फूलों से सजाया गया है.

मां सरस्वती की वीणा और शंख आकर्षण का केंद्रकेजीएमयू के छात्रों द्वारा बनाई गई फूलों की रंगोली में मां सरस्वती की वीणा और शंख ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया. कल होने वाली सरस्वती पूजा में केजीएमयू के डॉक्टर, शिक्षक, और एमबीबीएस छात्रों समेत अन्य लोग भी शामिल होंगे. केजीएमयू के छात्र शेखर गोस्वामी ने बताया कि इस बार वसंत पंचमी के अवसर पर मां सरस्वती की पूजा होनी है. जिसकी तैयारियां हम लोग यहां पर कर रहे हैं. केजीएमयू में मां सरस्वती की पूजा वसंत पंचमी के अवसर पर विगत 112 सालों से होती आ रही है. पूजा की तैयारी के लिए हमारे शिक्षक और सीनियर सभी का पूरा सहयोग मिल रहा है और साल 2022 बैच के सभी छात्र मिलकर इसकी तैयारी कर रहे हैं.

केजीएमयू में सरस्वती पूजा की 112 साल पुरानी परंपराकेजीएमयू के छात्रों और संस्थान के सदस्यों के लिए सरस्वती पूजा का त्योहार बहुत खास है. गौरी मिश्रा ने बताया कि यह परंपरा केजीएमयू में 112 साल पुरानी है और यहां पर सरस्वती पूजा का आयोजन हर साल किया जाता है. बसंत पंचमी के दौरान, संस्थान में एक अभिवादन समारोह आयोजित किया जाता है जिसमें विद्यार्थी और शिक्षक एक साथ आते हैं और मां सरस्वती की पूजा करते हैं. यह त्योहार उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में भव्यता के साथ मनाया जाता है. इससे न केवल धार्मिक भावनाओं को महत्व दिया जाता है,बल्कि यह छात्रों को एक-दूसरे के साथ जुड़ने और सामूहिक रूप से खुशियों का आनंद लेने का भी मौका देता है.

हवन के साथ होगी शुरुआतअर्चना गौतम ने बताया कि हम लोग सरस्वती पूजा के लिए 2 दिनों से तैयारी कर रहे हैं. शाम को चंद्रिका देवी मंदिर से अखंड ज्योति आएगी. फिर कल सुबह 10:00 बजे हवन से पूजा की शुरुआत होगी, जिसमें केजीएमयू के कुलपति भी शामिल होंगे. पूजा के बाद प्रसाद वितरण होगा और हम सभी मिलकर पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. मेडिकल के छात्र मोहम्मद ईमाद ने बताया कि बसंत पंचमी की तैयारी पूरी होने वाली हैं.
.Tags: Local18, Lucknow news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : February 13, 2024, 21:17 IST



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