सृजित अवस्थी/पीलीभीत. उत्तर प्रदेश में स्थित पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगलों से निकले टाइगर बीते कई महीनों से ग्रामीणों के लिए दहशत का पर्याय बना हुआ है. अब वन विभाग इस पर शिकंजा कसने की तैयारी में जुट गया है. विभाग टाइगर को रेस्क्यू करने का में बना रहा है. दरअसल, पीलीभीत जिले में जंगलों से निकल आबादी में देखे जा रहे टाइगर जंगल से सटे इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों के लिए आफत का सबब बना हुआ है.
वैसे तो पीलीभीत में वर्तमान समय में 4 अलग अलग इलाकों में बाघ को आबादी के बीच देखा जा रहा है. जिसमे सबसे पहला अमरिया इलाके के सूरजपुर व आसपास के इलाके में कई माह से चहलकदमी कर रहा है. वहीं दूसरा व तीसरा मामला माधोटांडा तहसील के अलग अलग इलाकों से सामने आ चुका है. बीते कई महीनों से पूरनपुर इलाके में पीटीआर की माला रेंज से निकला टाइगर ग्रामीणों के लिए दहशत बना हुआ है.
इस इलाके में महीनों से चल रही चहलकदमीटाइगर की लगातार बढ़ रही चहलकदमी के बाद ग्रामीण वन विभाग से लगातार रोष भी व्यक्त कर रहे हैं. ऐसे में वन विभाग अब टाइगर की दहशत पर शिकंजा कसने की तैयारी में है. विभाग की ओर से टाइगर को ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति उच्चाधिकारियों से मांगी जा रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही टाइगर को रेस्क्यू कर आबादी से दूर किया जाएगा.
कई लोगों की जा चुकी है जानअगर बीते कुछ समय की बात की जाए तो पीलीभीत टाइगर रिज़र्व से सटे इलाकों में बाघ व तेंदुए के हमले की घटनाओं में तेजी से इजाफा हुआ है. बाघ के हमलों में किसानों समेत कई ग्रामीण अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं तमाम तेंदुए के हमले की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं.
.Tags: Local18, Pilibhit newsFIRST PUBLISHED : September 15, 2023, 19:54 IST
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