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अखंड प्रताप सिंह/कानपुर. कानपुर के उद्देश्य सचान ने चंद गरीब एवं स्लम इलाके के बच्चों को पेड़ के नीचे पढ़ाने से सफर शुरू कर अब अपना खुद का एक स्कूल तैयार किया है. इस स्कूल को गुरुकुलम खुशियों वाला स्कूल नाम दिया गया है. इस स्कूल में बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जाती है. उनसे किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. इसके साथ ही उन्हें किताबें, कॉपियां और ड्रेस भी नि:शुल्क दी जाती है. इतना ही नहीं उनके आने और जाने के लिए उद्देश्य ने गाड़ियां भी लगवा रखी हैं.

कानपुर के हंसपुरम इलाके में रहने वाले उद्देश्य ने बताया कि पढ़ाई होने के बाद परिवार में नौकरी करने का काफी प्रेशर था. इसके बाद उन्होंने नौकरी के लिए कई जगह प्रयास किया. कई दिन नौकरी भी की लेकिन उन्हें सेटिस्फेक्शन नहीं मिला. फिर एक दिन वह एक स्लम इलाके की ओर से गुजर रहे थे तो वहां के बच्चों को देखकर उनके मन में ख्याल आया कि क्यों ना इन गरीब बच्चों को भी शिक्षित किया जाए ताकि यह अपना और देश का भविष्य दोनों सुधार सके. इसके बाद उन्होंने अपने घर से कुछ पैसे लिए और पंपलेट छपवाए और गरीब और स्लम इलाकों में बांटा.

किराए का स्कूल लिया

इसके बाद उनका गुरुकुलम का सफर शुरू हुआ और पेड़ों के नीचे पहले उन्होंने चादर बिछा कर कुछ बच्चों को पढ़ाना शुरू किया. जब बच्चे बढ़ गए तब उन्होंने एक किराए का स्कूल लिया. वहां पर बच्चों को पढ़ने लगे लेकिन किराए के स्कूल में हर महीने किराया धीमे-धीमे उनके ऊपर बोझ बनने लगा. ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया पर कुछ बच्चों के साथ अपना एक वीडियो शेयर किया. जिसमें उन्होंने कहा कि इन बच्चों के सिर से अब स्कूल का छाया हटने वाला है.

देशभर से लोगों ने सहयोग किया

इसके बाद उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर इतना वायरल हुआ कि देशभर से उनको लोगों ने सहयोग किया और उनका स्कूल को एक नई जान मिल गई. अब देश नहीं बल्कि विदेशों तक से लोग उनका सहयोग कर रहे हैं. जिसके चलते अब उद्देश्य ने अपना खुद का स्कूल खोला है. इस स्कूल में बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है. एक प्राइवेट स्कूल की तर्ज पर यहां पर गरीब और स्लम इलाकों के बच्चे नि:शुल्क शिक्षा पा रहे हैं.
.Tags: Kanpur news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 25, 2023, 23:43 IST

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