अखंड प्रताप सिंह/कानपुर. सर्दी का मौसम शुरू होते ही लोग गुणकारी खाद पदार्थों का सेवन करना शुरू कर देते हैं. क्योंकि यह सेहत के लिए अच्छे होते हैं. सर्दी के मौसम में गजक और गुड़ की चिक्की लोग बड़े चाव के साथ खाते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि आपके मुंह में मिठास घोलने वाली यह गजक कानपुर के हूला गंज में तैयार की जाती है. जी हां यह गजक केवल प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर में अपनी मिठास घोलती है.जानिए क्या है कानपुर के इस बाजार में खास.डेढ़ सौ साल पुरानी है बाजारकानपुर का हूला गंज बाजार लगभग डेढ़ सौ साल पुराना है. यहां पर पुराने समय से मिठाइयों का काम होता चला आ रहा है. यहां पर हर सीजन के अनुसार मिठाईयां तैयार की जाती हैं. यहां का पेठा ,सर्दियों में यहां की गजक और चिक्की देश भर में मशहूर है. यहां लगभग डेढ़ सौ व्यापारी इसव्यापार में जुड़े हुए हैं .यहां बड़ी संख्या में गजक का उत्पादन होता है.फुटकर से लेकर ऑनलाइन बाजार तक है इसका जलवातंग गलियों में बसा यह बाजार अपनी मिठास के लिए शहर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में एक अलग पहचान रखता है. व्यापारी सात्विक गर्ग ने बताया कि यहां पर सीजन के हिसाब से मिठाई तैयार की जाती है. सर्दियों में बड़ी संख्या में यहां पर गजक और चिक्की का उत्पादन किया जाता है.कई प्रकार की पट्टियां यहां पर उपलब्ध रहती हैं. जिसमें गुड़ की चिक्की, रामदाना चिक्की, गजक, गजक में भी दर्जन भर से अधिक वैरायटी बनाई जाती हैं. इसके अलावा ड्राई फूड की चिक्की की मांग भी बहुत ज्यादा रहती है. वही यहां से देशभर के विभिन्न हिस्सों में माल की सप्लाई की जाती है .इसके साथ ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में भी बड़ी संख्या में देश भर में यहां से माल की सप्लाई की जाती है.ऐसे तैयार होती है गजकगजक बनाने के लिए पहले तिल को शक्कर की चासनी में भिगोकर उसे कढ़ाई में पकाया जाता है.फिर उसे कूटा जाता है, उसके बाद गजक गुथा हुआ आटा नुमा आकार में परिवर्तित हो जाता है,फिर उसके बाद पैरलल कर कई भाग किए जाते हैं. काटने वाले औजार से उन स्लाइसों को अलग कर दिया जाता है.इस तरह गजक बनकर तैयार हो जाती है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : December 07, 2022, 19:43 IST
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