कानपुर हिंसा: मास्‍टरमाइंड हाशमी को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा, घरवाले नजरबंद, SIT का गठन, पढ़ें बड़े अपडेट

admin

कानपुर हिंसा: मास्‍टरमाइंड हाशमी को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा, घरवाले नजरबंद, SIT का गठन, पढ़ें बड़े अपडेट



कानपुर. यूपी के कानपुर में शुक्रवार (3 जून) को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में कोर्ट ने जफर हयात हाशमी समते चार आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस बाबत पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रमोद कुमार ने बताया कि सोमवार को कोर्ट के समक्ष आरोपियों को 14 दिन की पुलिस हिरासत में लेने के लिए अर्जी दी जाएगी. उन्‍होंने बताया कि रविवार को पांच अन्य आरोपियों की गिरफ्तारियों के साथ गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या अब 29 हो गई है. जबकि 100 से अधिक आरोपियों की पहचान हो चुकी है. वहीं, हिंसा के मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी और उसके तीन साथियों को कानपुर जिला कारागार में अलग अलग बैरक में रखा गया है. इस दौरान चारों आरोपियों की बैरक में लगे कैमरों से निगरानी की जाएगी. वहीं, जेल अधीक्षक आरके जसवाल के मुताबिक, हाशमी को हाई सिक्योरिटी बैरक में रख गया गया है.
बता दें कि कानपुर पुलिस ने हिंसा के मामले में शनिवार को 36 उपद्रवियों की लिस्‍ट जारी की थी, जिसमें मास्‍टरमाइंड जफर हयात हाशमी, जावेद अहमद खान, मोहम्‍मद राहिल और मोहम्‍मद सुफियान अहम नाम शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक, हाशमी मौलाना अली जौहर फैंस एसोसिएशन का अध्‍यक्ष है, तो बाकी लोग भी इसी संगठन से जुड़े हुए हैं. पुलिस ने कानपुर में हिंसा और पथराव की घटना के एक दिन बाद शनिवार को 500 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं. हिंसा में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद 40 लोग घायल हो गए थे.
पढ़ें 10 बड़े अपडेट>> कानपुर हिंसा के मास्‍टरमाइंड जफर हयात हाशमी को कोर्ट ने 14 दिन की न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया. इसके बाद पुलिस ने उसके घरवालों को नजरबंद किया है. हाशमी की बहन ने अपनी जान पहचान और मीडिया वालों को वीडियो भेजकर न्याय की गुहार लगाई है.>> कानपुर में हिंसा करने वाले 100 लोगों के पोस्टर बनकर तैयार हो गए हैं. पुलिस जल्द शहर में पोस्टर लगाएगी.>> कानपुर हिंसा से ठीक 2 दिन पहले मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी ने 3 जून को बंद को लेकर शहर के एक होटल में मीटिंग बुलाई थी, जिसका वीडियो सामने आया है. इस मीटिंग में हयात जफर हाशिमी समेत कई मुस्लिम संस्थाओं से जुड़े लोग शामिल हुए थे.मीटिंग में शामिल लगे थे. दौरान मौलाना हनीफ बरकाती ने कहा था कि हम नबी के लिए हथकड़ी भी पहन सकते हैं. बंद करेंगे कानून के अंदर रहकर, शुक्रवार जुमे के दिन.>>कानपुर हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने रविवार को पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद कुल गिरफ्तार आरोपियों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है.>>कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने कहा कि घटना की विधिवत जांच के लिए चार एसआईटी का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि हम जांच करेंगे कि क्या उनका पीएफआई (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) के साथ कोई संबंध था, जिन्होंने उसी दिन मणिपुर और पश्चिम बंगाल को बंद करने का आह्वान किया था. इसके साथ उन्होंने कहा कि इनके संपर्क और संबंधों की जांच की जा रही है. एसआईटी को सांप्रदायिक तनाव भड़काने वालों की पहचान करने को कहा गया है.>>कानपुर के पुलिस आयुक्त के मुताबिक, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) और कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) से संबंधित दस्तावेज भी जफर हयात हाशमी के परिसरों की तलाशी के दौरान मिले हैं. जबकि शनिवार को मौलाना मोहम्मद अली (एमएमए) जौहर फैंस एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी, जावेद अहमद खान, मोहम्मद राहिल और मोहम्मद सूफियान सहित गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से छह मोबाइल फोन बरामद किए गए. गिरफ्तार व्यक्तियों के मोबाइल फोन और सोशल मीडिया खातों की छानबीन की जा रही है.>>कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने पहली टीम मुकदमों की विवेचना करेगी. दूसरी टीम सीसीटीवी वीडियो फोटेज की जांच और दंगाई की पहचान करेगी. जबकि तीसरी टीम पेट्रोल पम्प की करेगी. जांच बोतल में पेट्रोल देने वाले पम्पों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी. चौथी एसआईटी टीम सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ जांच करेगी.>>अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने शनिवार को बताया था कि शुक्रवार को हुई हिंसा मामले में बेकनगंज पुलिस थाने में 500 से अधिक लोगों के खिलाफ दंगा और हिंसा को लेकर तीन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. पहली प्राथमिकी थाना प्रभारी (बेकनगंज) नवाब अहमद ने लगभग 500 लोगों के खिलाफ दर्ज की है और उन पर घातक हथियारों से दंगा करने का आरोप लगाया है. प्राथमिकी में मौलाना मोहम्मद अली (एमएमए) जौहर फैंस एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी, उनके सहयोगियों यूसुफ मंसूरी और आमिर जावेद अंसारी सहित 36 लोगों के नाम जुमे की नमाज के तुरंत बाद हुई हिंसा के संबंध में हैं.>>पुलिस उप-निरीक्षक (एसआई) आसिफ रजा द्वारा दर्ज की गई दूसरी प्राथमिकी में दंगे को लेकर 350 अज्ञात लोगों के अलावा 20 लोगों को नामजद करके प्राथमिकी दर्ज की गई है. एसआई ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया कि एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन के प्रमुख हयात जफर हाशमी, यूसुफ मंसूरी, अमीर जावेद अंसारी और अन्य के साथ दादा मियां चौराहे पर एकत्र हुए और दुकानदारों को अपनी दुकानें बंद करने के लिए मजबूर करते हुए यतीमखाना इलाके की ओर गये जिससे अराजकता फैल गई.>>तीसरी प्राथमिकी चंदेश्वर हाटा निवासी मुकेश ने दर्ज करवाई है, जिसने आरोप लगाया है कि सैकड़ों मुसलमानों ने लाठी, लोहे की सरिया और घातक हथियारों से दूसरे समुदाय के लोगों पर हमला किया, उनकी हत्या के इरादे से पेट्रोल बम और पत्थर फेंके. प्राथमिकी में आरोपी के रूप में`हजारों अज्ञात व्यक्तियों की भीड़’ का उल्लेख है.>> कानपुर हिंसा के 36 उपद्रवियों की लिस्‍ट में समाजवादी पार्टी के एक नेता निजाम कुरैशी का नाम भी शामिल है. वह सपा की शहर टीम में सचिव था. हालांकि पार्टी ने उसे 20 मई को बर्खास्त कर दिया था. वह फिलहाल कानपुर पुलिस की गिरफ्त में है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |Tags: Kanpur violence, PFI, SIT, UP policeFIRST PUBLISHED : June 05, 2022, 22:50 IST



Source link