अंजली शर्मा/कन्नौज. कन्नौज के परिषदीय प्राथमिक विद्यालय एवं कंपोजिट विद्यालय के परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में अब अर्ली चाइल्ड केयर एंड एजुकेशन एजुकेटर रखे जाएंगे. जिससे इनमें पढ़ने वाले बच्चों को उच्च वर्ग की शिक्षा दी जाएगी और उनकी गुणवत्ता में भी सुधार हो सकेगा. ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले बच्चों को अब अच्छी शिक्षा मिल सकेगी, इसके चलते वह आगे बढ़कर अच्छी शिक्षा पाने के बाद अपना भविष्य उज्ज्वल बना पाएंगे.
क्या है योजना
परिषदीय प्राथमिक एवं कंपोजिट विद्यालय के परिसर में 578 को-लोकेटेड केंद्र संचालित हैं. इन केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों को कक्षा एक के लायक बनाने के लिए 105 एजुकेटर रखे जाएंगे. इनकी तैनाती को लोकेटेड केंद्र पर होगी. यह निजी स्कूलों के समान प्ले स्कूल की तर्ज पर संचालित होंगे. इसके लिए केंद्रों को फ्री स्कूल किट भी उपलब्ध कराई जाएगी. एजुकेटर की ओर से बच्चों को खिलौने का सही उपयोग पोषाहार शिक्षण सामग्री के सही उपयोग के साथ ही पूर्व प्राथमिक शिक्षा पर गुणवत्तात्मक ध्यान देते हुए छात्रों को शिक्षा प्रदान की जाएगी.
क्या होगा एजुकेटर का काम
एक एजुकेटर का काम 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों को कक्षा एक के लायक बनाना होगा. जिसके लिए उन्हें 11 माह तक प्रतिमाह ₹10000 का वेतन भी मिलेगा, आंगनबाड़ी केंद्र पर उनकी नियुक्ति होगी. आंगनबाड़ी में बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए और उन्हें अच्छे विद्यालयों में दाखिला मिल सके इसके लिए भी प्रयास किया जाएगा.
क्या बोले अधिकारी
लोकल 18 से बात करते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि यह एजुकेटर बच्चों के बेसिक को मजबूत करने के लिए रखे जाएंगे. यह एजुकेटर बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई कराएंगे साथ ही उनको उठने बैठने और अन्य तरह की शिक्षा का भी ज्ञान कराएंगे. ऐसे में यह छोटे बच्चे जब फस्ट क्लास में आएंगे तो इनका बेसिक मजबूत होगा और यह अच्छे से पढ़ाई कर सकेंगे.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : September 30, 2024, 11:05 IST