सौरव पाल/मथुरा. वृंदावन की भूमि को भगवान कृष्ण की भूमि कहा जाता है. जहांहर कण में भगवान कृष्ण की लीलाओं के किस्से कहानियां vसुनने को मिलते है. लेकिन जल्द ही कृष्ण की यह भूमि राम नाम के जयकरों से गूंजने वाली है, क्योंकि वृंदावन में सैकड़ों वर्षों से चली आ रही प्रथम व सबसे प्राचीन श्री आदर्श रामलीला का आयोजन जल्द ही वृंदावन में होने वाला है.
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष आलोक बंसल ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी भगवान कृष्ण की भूमि वृंदावन में रामलीला का भव्य आयोजन वृंदावन के रंग जी मंदिर के बड़ा बगीचा में आयोजित होने जा रहा है. जिसमें वृंदावन के सभी राम भक्त आ कर इस रामलीला का दर्शन करेंगे.
27 अक्टूबर से लेकर 7 नवम्बर तक किया जाएगाउन्होंने आगे बताया कि इस राम लीला का आयोजन 27 अक्टूबर से लेकर 7 नवम्बर तक किया जाएगा. जिसका निर्देशन पवन देव चतुर्वेदी व्यास द्वारा किया जायेगा. इस लीला में सबसे पहले 27 अक्टूबर को मुकुट पूजन और राम जन्म के साथ इसका शुभारम्भकियाजायेगा. जिसके बाद वृंदावन की प्रसिद्ध राम बारात 30 अक्टूबर को नगर भ्रमण के लिए निकलेगी और 5 अक्टूबर को रावण वध किया जायेगा.
शाम 7 बजे से होगा लीला का मंचनभरत मिलाप का आयोजन पारंपरिक रूप से लोई बाजार में 6 अक्टूबर को शाम के समय किया जायेगा. जिसके लिए इस भव्य तैयरियांलोई बाजार में कोई जायेगी. साथ ही लीला का मंचन हर दिन शाम 7 बजे से रंग जी मंदिर बड़ा बगीचा में किया जायेगा.
.Tags: Local18, Navratri, Religion 18FIRST PUBLISHED : October 14, 2023, 15:05 IST
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