रिपोर्ट-विशाल झागाज़ियाबाद. आज भारत अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था. गणतंत्र दिवस के मौके पर देश की राजधानी दिल्ली में कर्तव्य पथ पर परेड का भव्य आयोजन किया जाता है. इसके साथ ही देश भर में कई विभिन्न जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों होते हैं. यही वो दिन होता है जब हमारी भारतीय सेना कर्तव्यपथ पर अपनी ताकत का प्रदर्शन करती है. हम आपको एक ऐसे रिटायर्ड कर्नल से मिलवा रहा है जिन्होंने कई बार मौत को काफी करीब से देखा.
भारतीय फौज में 20 वर्ष तक सेवा करने वाले कर्नल प्रदीप खरे रोंगटे खड़े कर देने वाले किस्से सुनाते हैं. उन्होंने News 18 Local को बताया फौज में 20 वर्ष तक नौकरी की. इस दौरान बहुत कुछ सीखने मिला. फौज की नौकरी ने जीवन जीने का तरीका सिखाया. त्याग-तपस्या और देशप्रेम सिखाया.
हर गोली पर लिखा होता है नाम…कर्नल प्रदीप खरे बताते हैं मेरी ड्यूटी चीन की सीमाओं पर, जम्मू -कश्मीर बॉर्डर, राजस्थान बॉर्डर पर रही. भारतीय सेना का हर जवान अपना जीवन देश सेवा के लिए अर्पित कर देता है. अपनी जान की परवाह किए बिना ड्यूटी करना है. वो कहते हैं पाकिस्तान सीमा पर कश्मीर में एक जगह है तंगधार. वो एक ऐसी जगह है, जहां तीनों तरफ से पाकिस्तान की सीमा लगी हुई है. इसके अलावा साल में पांच माह वहां भारी बर्फबारी होती है. इसलिए वहां कई चुनौती होती हैं. इसी तरह जब सिक्किम में पोस्टिंग थी तो वहां ये कहा जाता था कि गोली चलती है तो चलने दो क्योंकि सीमा पार से आने वाली गोली पर नाम लिखा होता है. वो जिसे लगनी है उसे लगकर रहेगी. इसलिए शांति से काम करना जरूरी है.
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जब अलमारी में से बरसी थीं गोलियांकर्नल प्रदीप बताते हैं ड्यूटी के दौरान कई मौके ऐसे आए जब लगा कि जान चली जाएगी. ऐसा ही मौका कश्मीर में एक सर्च ऑपरेशन के दौरान महसूस किया था. वो याद करते हैं जब मैं और मेरी टीम एक घर में पहुंचे. जैसे ही हमने कमरे में बनी अलमारी खोली उसमें से गोली बरसाता हुआ एक आतंकवादी निकला. उस वक़्त अगर ज़रा सी भी चूक अगर हम लोगों से हो जाती तो कई फ़ौजी अपनी जान गंवा बैठते.
नागरिकों से कर्नल की अपीलकर्नल प्रदीप खरे गणतंत्र दिवस पर देश के लोगों से अपील करते हुए कहते हैं हर नागरिक का देश की सेवा और देश के विकास में अपना एक अलग रोल होता है. इसलिए सभी को जिम्मेदार नागरिक बन कर अपनी समस्याओं के समाधान के लिए काम करना चाहिए.
.Tags: Indian army, Local18, Republic Day CelebrationFIRST PUBLISHED : January 26, 2024, 17:22 IST
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