Cricketers: हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वह अपने देश के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट तो जरूर खेले, लेकिन कुछ ऐसे भी क्रिकेटर हैं, जो इतने बदकिस्मत रहे हैं, जिनका करियर भयानक हादसे और बीमारी के कारण खत्म हो गया. इंटरनेशनल क्रिकेट में 2 ऐसे खिलाड़ी रहे हैं, जिन्हें ना चाहते हुए भी वक्त से पहले अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर को अलविदा कहना पड़ा है. हम आपको बताएंगे क्रिकेट इतिहास से जुड़े उन 2 खिलाड़ियों के बारे में जिनका करियर इंटरनेशनल क्रिकेट में वक्त से पहले ही खत्म हो गया.
1. जेम्स टेलर
लिस्ट में जो दूसरा खिलाड़ी शामिल है, वो भी इंग्लैंड क्रिकेट टीम का ही हिस्सा रहा है, नाम है जेम्स टेलर. इंग्लैंड में कभी टैलेंटेड खिलाड़ियों की कमी नहीं रही है, उन्हीं में से एक थे जेम्स टेलर. जेम्स ने अपने करियर की शुरुआत 2011 में की थी तब उनकी उम्र 21 साल थी, लेकिन अपने करियर की शुरुआत के मात्र 5 साल बाद सभी को पता चला कि जेम्स को दिल से संबंधित बीमारी है और अगर वह लगातार क्रिकेट खेलना जारी रखते हैं, तो ये बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है. संन्यास के समय 26 साल के टेलर शानदार फॉर्म में थे. उस साल उन्होंने इंग्लैंड के लिए शतक भी लगाया था. अपने करियर में वे सिर्फ 7 टेस्ट और 27 वनडे मैच ही खेल सके. टेस्ट मैच की 13 पारियों में उन्होंने 312 रन बनाए थे, वहीं वनडे क्रिकेट की 26 पारियों में उनके बल्ले से 42.24 की औसत से 887 रन निकले.
2. क्रेग कीसवेटर
क्रेग कीसवेटर इंग्लैंड क्रिकेट टीम के उभरते हुए सितारे थे, लेकिन बदकिस्मती से इंग्लैंड टीम का ये सितारा ज्यादा समय तक चमक ना सका और आंख पर लगी एक गंभीर चोट के कारण क्रिकेट के मैदान से दूर हो गया. क्रेग कीसवेटर ने इंग्लैंड के लिए 22 साल की उम्र में अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला था. उन्होंने 2010 के टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड की टीम को विजेता बनाने में अहम भूमिका भी निभाई थी. उस टी20 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में क्रेग के बल्ले से 261 रन निकले थे, लेकिन 2015 में एक काउंटी क्रिकेट मैच के दौरान उन्हीं के साथी खिलाड़ी डेविड विली की बॉल उनके हेल्मेट के अंदर घूसती हुई आंख से टकरा गई, जोकि क्रेग कीसवेटर के लिए करियर खत्म करने वाली बॉल साबित हुई. उस चोट के बाद इंग्लैंड का ये टेलेंटिड खिलाड़ी क्रिकेट के मैदान पर कभी वापसी नहीं कर पाया और 25 साल की उम्र में संन्यास लेकर गुमनामी के अंधेरों में गायब हो गया.