Joint Pain Causes: जोड़ों का दर्द एक ऐसी चीज है, जो आमतौर पर बुजुर्ग लोगों से जुड़ी होती है, लेकिन आजतक ये युवा आबादी में देखी जा रही है. युवाओं में जोड़ों के दर्द के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि खराब लाइफस्टाइल जीवनशैली के कारण अब 25 से 50 साल के वयस्कों में जोड़ों से जुड़ी बीमारियां आम होती जा रही है.
जोड़ों का दर्द शरीर के कई हिस्सों जैसे हाथ, पैर, कूल्हों, घुटनों या रीढ़ में देखा जाता है. इसके अलावा, जोड़ में अकड़न, दर्द महसूस हो सकता है या यहां तक कि धड़कते हुए सनसनी भी हो सकती है. कई वजह जोड़ों के दर्द के जोखिम बढ़ जाते हैं, जैसे कि पिछले जोड़ों की चोट, गठिया, डिप्रेशन, चिंता, तनाव, अधिक वजन और पूरी हेल्थ खराब होना. जोड़ों के दर्द का सामान्य कारण ऑस्टियोआर्थराइटिस है, जो तब देखा जाता है जब कार्टिलेज (हड्डियों के बीच की सुरक्षात्मक कुशन) खराब हो जाती है. इससे जोड़ दर्दनाक और कठोर हो जाते हैं. रुमेटाइड आर्थराइटिस जोड़ों में सूजन और दर्द का कारण बनता है. इससे मुख्य रूप से उंगलियों और कलाई के जोड़ विकृत हो जाते हैं.
युवाओं में जोड़ों के दर्द के सामान्य कारणडॉक्टरों के अनुसार, बड़ी संख्या में वयस्क युवा (youngsters) मोटे हैं और कुछ को धूप से पर्याप्त विटामिन-डी नहीं मिलता है, जिससे उनके जोड़ों के दर्द का खतरा बढ़ जाता है. युवाओं में जोड़ों के दर्द का सबसे आम कारण विटामिन-डी3 और विटामिन-बी12 की कमी है. इसलिए एक्सरसाइज रूटीन शुरू करने से पहले विटामिन डी3 और विटामिन बी12 ब्लड टेस्ट करवा लेना चाहिए.
जोड़ों के दर्द से कैसे पाएं राहतरेगुलर एक्सरसाइज, संतुलित डाइट, वेट मैनेजमेंट और ठंडी या गर्म थेरेपी जोड़ों के दर्द को कम कर सकते हैं. जोड़ों के दर्द को मैनेज करने के लिए कम कैलोरी वाला खाना खाएं, जंक, प्रोसेस्ड और डिब्बाबंद भोजन से परहेज करें. अपनी डाइट में फल और सब्जियों को शामिल करें. आप चाहें तो डॉक्टर की सलाह पर किसी भी सप्लीमेंट का उपयोग कर सकते हैं.
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