महाराजगंज: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में अलग-अलग जगह पर बहुत से मंदिर और मठ स्थित है. इन सभी की अपनी अलग कहानी और अपनी अलग मान्यताएं हैं. ऐसा ही एक मठ महाराजगंज जिले के घुघली थाना क्षेत्र के जोगिया में मौजूद है. यहां स्थित मंदिर में भगवान श्री राम की मूर्ति स्थापित है. यह मंदिर इतना प्राचीन है कि इसके स्थापना के बारे में किसी को भी सटीक जानकारी नहीं है. यहां महाराजगंज जिले के अलावा अन्य दूसरे जगह से भी श्रद्धालु आते हैं.
जोगिया मठ के मठाधीश बालकनाथ जी महाराज लोकल 18 को बताते हैं कि उनके गुरु जो 127 साल तक जीवित रहे, उन्होंने यहां लगभग 100 सालों तक सेवा किया. वहीं उनके दादा गुरु भी लंबे समय तक यहां सेवा करते रहे. उन्होंने बताया कि इसकी स्थापना और प्राचीनता के बारे में एक सटीक समय बताना संभव नहीं है.
वैष्णव संप्रदाय के दिगंबर अखाड़ा से है मठ का संबंध
जोगिया मठ की सेवा कर रहे बालक नाथ जी महाराज ने लोकल 18 को बताया कि उनका संबंध वैष्णव संप्रदाय के दिगंबर अखाड़ा से है और जब महज 13 साल की अवस्था में थे, तब यहां आए थे. उन्होंने बताया कि गुरु जी जब शुरुआती समय में यहां आए थे तो उस समय इस क्षेत्र में एक महामारी का दौर चल रहा था. यहां के क्षेत्रिय लोगों के आग्रह पर वह यहां रुके और महामारी से होने वाली समस्या को भी खत्म किया. उसके बाद यहां के लोगों का उनके प्रति आस्था जुड़ा हुआ और भारी संख्या में लोग उनसे जुड़े. पूज्य गुरु जी को किसी से कोई अपेक्षा नहीं थी और उन्होंने कभी किसी से कोई याचना नहीं की. उन्होंने बताया कि शुरू से ही यहां के लोगों का इसके स्थापना के समय से ही भरपूर सहयोग मिलता रहा है.
साल में जोगिया मठ पर तीन भव्य कार्यक्रम होते हैं
बालक नाथ जी महाराज ने बताया कि जोगिया मठ पर पूरे साल में तीन भव्य कार्यक्रम होते हैं. पहला कार्यक्रम गुरु पूर्णिमा का होता है, जिसमें इस मठ और पूज्य गुरु में श्रद्धा रखने वाले श्रद्धालु आते हैं. इसके अलावा दूसरा मुख्य कार्यक्रम पूज्य गुरु का वार्षिक भंडारा होता है, जिसमें क्षेत्र के हजारों लोग यहां आते हैं और एक भव्य तरीके से भंडारे का आयोजन होता है. इसके साथ ही तीसरा कार्यक्रम गोवर्धन पूजा के दिन होता है, जिसमें विशेष 56 भोज का आयोजन होता है. इसके अलावा जोगिया मठ पर छोटे-छोटे अन्य दूसरे कार्यक्रमों का भी आयोजन होता रहता है.
Tags: Dharma Aastha, Local18, Maharajganj News, UP newsFIRST PUBLISHED : October 6, 2024, 22:50 IST