Joe Root: इंग्लैंड के धाकड़ क्रिकेटर जो रूट ने ज्यादातर मौकों पर अपनी बल्लेबाजी से टीम इंडिया को परेशान किया है, लेकिन हैदराबाद टेस्ट मैच में वह गेंद से भारतीय बल्लेबाजों के लिए काल साबित हुए. हैदराबाद में टीम इंडिया को बल्लेबाज रूट नहीं बल्कि गेंदबाज ROOT ने कभी नहीं भूलने वाला जख्म दे दिया. जो रूट ने पहले टेस्ट की दोनों पारियों को मिलाकर बल्ले से सिर्फ 31 रन बनाए थे, लेकिन उन्होंने जरूरत के समय अपनी टीम के लिए गेंद से ऐसा जबरदस्त प्रदर्शन किया जिससे इंग्लैंड ने हैदराबाद में एक ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ली.
जो रूट ने टीम इंडिया को दिया कभी नहीं भूलने वाला जख्महैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम की पिच पर जो रूट भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ मानों मुथैया मुरलीधरन जैसे घातक साबित हुए. किसी को भी अंदाजा नहीं था कि जो रूट जैसे पार्ट टाइम ऑफ स्पिनर की गेंदों के सामने भारतीय शेरों के हाथ पांव फूल जाएंगे. जो रूट हैदराबाद टेस्ट में भारत के खिलाफ पहली पारी में इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए. जो रूट ने भारत के खिलाफ पहली पारी में 29 ओवरों की गेंदबाजी करते हुए 79 रन दिए और 4 विकेट हासिल किए.
जो रूट को समझ नहीं पाए भारतीय शेर
जो रूट ने भारत के खिलाफ पहली पारी में यशस्वी जायसवाल (80), रवींद्र जडेजा (87), केएस भरत (41) और जसप्रीत बुमराह (0) को आउट किया था. जो रूट ने भारत की दूसरी पारी में केएल राहुल का अहम विकेट लेकर इंग्लैंड की जीत पक्की करने में बड़ी भूमिका निभाई थी. जो रूट ने दूसरी पारी में केएल राहुल को 22 रनों के निजी स्कोर पर आउट किया था. केएल राहुल के आउट होते ही हैदराबाद टेस्ट में भारत की हार की स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी थी. केएल राहुल अगर दूसरी पारी में क्रीज पर डटे रहते तो भारत 231 रनों के लक्ष्य को हासिल कर सकता था. जो रूट ने इंग्लैंड के लिए अभी तक 136 टेस्ट मैचों में 65 विकेट हासिल कर लिए हैं.
जो रूट के खिलाफ डिफेंसिव रवैया पड़ा भारी
हैदराबाद टेस्ट में जो रूट के खिलाफ टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने जो डिफेंसिव रवैया अपनाया उसने ही उनकी नैया डुबोने का काम किया है. बता दें कि ओली पोप (196 रन) के जोशीले शतक के बाद डेब्यू कर रहे बाएं हाथ के स्पिनर टॉम हार्टले (62 रन देकर 7 विकेट) के जादुई स्पैल से इंग्लैंड ने रविवार को पहले टेस्ट के चौथे दिन भारत पर 28 रनों की यादगार जीत से पांच मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त हासिल की. इंग्लैंड ने भारत को जीत के लिए 231 रनों का लक्ष्य दिया, लेकिन हार्टले की फिरकी के जाल में फंसकर मेजबान टीम चौथे दिन दूसरी पारी में 69.2 ओवर में 202 रन पर सिमट गई. हालांकि भारत ने पहली पारी में 190 रनों की बड़ी बढ़त हासिल की थी.