रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से पहचान बनाने वाले शोएब अख्तर ने क्रिकेट इतिहास की सबसे तेज गेंद फेंकी है. शोएब अख्तर ने क्रिकेट इतिहास की सबसे तेज 2003 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ फेंकी थी, जो 161.3 KMPH की गति की थी. शोएब अख्तर का वर्ल्ड रिकॉर्ड आज तक दुनिया का कोई भी गेंदबाज तोड़ने में सफल नहीं हो पाया है. शोएब अख्तर ने अपने करियर के दौरान कई बार 150 KMPH का आंकड़ा पार किया है, जोकि बहुत मुश्किल काम है. आपको जानकर हैरानी होगी कि शोएब अख्तर ने एक चौंकाने वाला दावा किया है.
जन्म से ही अपंग थे शोएब अख्तर
शोएब अख्तर ने अपने बचपन के बारे में बड़ा खुलासा किया है. शोएब अख्तर ने बताया कि वह जन्म से ही अपंग थे और आठ साल की उम्र तक चलने में असमर्थ थे, लेकिन 9 साल की उम्र में एक चमत्कार हुआ और उन्होंने दौड़ना शुरू कर दिया. अपने बचपन को याद करते हुए शोएब अख्तर ने यह भी बताया कि उनके जन्म और उज्ज्वल भविष्य की भविष्यवाणी एक संत ने पहले ही कर दी थी, जिन्होंने उनकी मां को इसके बारे में बताया था.
फिर भी कैसे फेंकी दुनिया की सबसे तेज गेंद?
शोएब अख्तर ने नेटफ्लिक्स सीरीज ‘द ग्रेटेस्ट राइवलरी: इंडिया vs पाकिस्तान में कहा, ‘एक संत हमारे घर आते थे. तो, उन्होंने कहा कि एक लड़का आएगा, जो पूरी दुनिया में प्रसिद्धि और पहचान हासिल करेगा और मेरी मां चिंतित थीं. उन्होंने पूछा कि वह लड़का कौन होगा? कौन होगा? वह क्या करेगा? मां ने मुझे बताया कि जब मैं पैदा हुआ था, तो मैं अपंग था. मैं चल नहीं सकता था, लेकिन आप जानते हैं कि 9 साल की उम्र में एक चमत्कार हुआ और मैंने दौड़ना शुरू कर दिया. मैं बिजली की तरह तेज दौड़ने लगा.’
शोएब अख्तर के रिकॉर्ड्स
शोएब अख्तर की सबसे तेज गेंद फेंकने का वर्ल्ड रिकॉर्ड आज तक कोई भी गेंदबाज तोड़ने में सफल नहीं हो पाया है, जो इस रिकॉर्ड की महानता को बताता है. शोएब अख्तर ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट मैच में 25.7 के औसत से 178 विकेट अपने नाम किया था. जबकि 163 वनडे मैचों में उन्होंने 24.98 के औसत से 247 विकेट अपने नाम किये था. 15 टी20 मैच में शोएब अख्तर ने 22.74 के औसत से 19 विकेट हासिल किए थे. करीब एक महीने पहले शोएब अख्तर ने भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को अपनी गति बढ़ाने की सलाह दी थी. उन्होंने कहा कि जसप्रीत बुमराह को टेस्ट क्रिकेट छोड़ देनी चाहिए और व्हाइट-बॉल क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.