मेरठ. जन्म से बहरे आठ बच्चो को आज नया जीवन मिल गया. आठों बच्चों के जीवन को डॉक्टरों ने नवजीवन दे दिया. जब इन आठ बच्चों के कान में अपने माता-पिता की आवाज़ पहली बार पड़ी तो उनकी आंखे ख़ुशी से डबडबा गईं. कोक्लियर इंप्लांट लगने से बच्चों को सुनने की शक्ति अनमोल तोहफा मिला है. चिकित्सकों का कहना है कि ये इन बच्चों का एक तरह से नया जन्म है क्योंकि ये सभी जन्म से ही बहरे थे. डॉक्टरों का कहना है कि चिकित्सा के बाद आज जब इन बच्चों के कानों में पहली बार इस दुनिया की आवाज़ गई है इसलिए माता-पिता के साथ डॉक्टरों की टीम इन बच्चों को वैसे ही सेलिब्रेट कर रहे हैं जैसा ये उनका पहला जन्मदिवस हो.
नाक, कान, गला रोग व कोक्लियर इंप्लांट स्पेशलिस्ट डॉ अभिषेक मोहन ने बताया कि सभी आठ बच्चों की आयु दो साल से पांच साल के बीच की है. ये सभी जन्म से सुनने में अक्षम थे. पश्चिम उत्तर प्रदेश के 6 जिलों के 8 गूंगे बहरे बच्चों का कोक्लियर इंप्लांट स्विच ऑन किया गया है. यह प्रक्रिया सर्जरी करने के तीन हफ्ते बाद की जाती है, सर्जरी के बाद कोक्लियर इंप्लांट को स्टार्ट किया जाता है. डॉ अभिषेक मोहन ने कहा कि सर्जरी सफल होने के बाद आज कोक्लियर इंप्लांट भी सफलतापूर्वक काम करने लग गया है और बच्चों को आज पहली बार सुनने की क्षमता का एहसास हुआ है.
ये भी पढ़ें: 19 साल की लड़की के पीछे पड़ा काला बौना नाग, 11 बार डस चुका, चौंका देगी वजह
सभी बच्चों का फ्री हुआ इलाज, सरकार ने कराई कोक्लियर इंप्लांट सर्जरीडॉक्टर ने बताया कि जन्मजात डेफनेस के मल्टीपल कारण हो सकते हैं. ये समस्या बच्चे में गर्भ के समय से भी हो सकती है. जब बच्चा पैदा होता है उस वक्त भी हो सकती है. जल्द पता चल जाए तो इसका इलाज हो सकता है. डॉक्टर अभिषेक मोहन ने बताया कि यह सभी बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से हैं जिनके अभिभावक इस सर्जरी को कराने में सक्षम नहीं थे. राज्य सरकार और न्यूटीमा अस्पताल के डॉक्टर अभिषेक मोहन ने मिलकर इन बच्चों का नि:शुल्क कोक्लियर इंप्लांट सर्जरी की है.
ये भी पढ़ें: शादी के मंडप से दूल्हा-दुल्हन सीधे पहुंचे थाने, कही ऐसी बात, नहीं होगा यकीन
8 लाख आता खर्च, लेकिन गरीब बच्चों को मिलती है सरकारी सहायताबताते हैं कि इस सर्जरी को करने में आठ लाख रुपए तक का ख़र्च आता है लेकिन सरकारी मदद और अस्पताल की वजह से ये इलाज इन बच्चों को नि:शुल्क मिला है. ये सर्जरी हर उस बच्चों की हो सकती है जो की जन्म से गूंगा बहरा है और वह 5 साल से कम उम्र का है. डॉक्टर अभिषेक मोहन ने बताया कि जिनके माँ-बाप की कुल आए रू0 10000/- (रू० दस हजार) प्रति माह से कम है. और उनके बच्चे को ऐसी तकलीफ है उनका नि:शुल्क इलाज होता है जो भी अभिभावक जिसका बच्चा जन्म से बिलकुल सुन नहीं पाता है और आर्थिक रूप से कमजोर है वह डॉक्टर अभिषेक मोहन से -8191000901 पर संपर्क कर सकता है.
Tags: CM Yogi Aditya Nath, Meerut city news, Meerut news, Meerut news today, Yogi Sarkar Good WorkFIRST PUBLISHED : December 8, 2024, 22:39 IST