झांसी में बोली राज्यपाल! भारत की बढ़ रही है शक्ति, अमेरिका ने लौटाई भारत की 297 प्राचीन कलाकृतियां 

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झांसी. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह बुधवार को प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आयोजित हुआ. द एरोनॉटिकल सोसायटी ऑफ़ इण्डिया के अध्यक्ष डॉ जी सतीश रेड्डी इस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. समारोह में कुलाधिपति स्वर्ण पदक एमएससी कृषि की छात्रा निमरा खान को प्रदान किया. इस मौके पर 36 कुलाधिपति पदक और 46 विन्यासीकृत पदक प्रदान किए गए. दीक्षांत समारोह में पहुंची राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में कई भवनों का लोकार्पण और शिलान्यास किया.दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि मेडल सबसे ज्यादा लड़कियां ले गईं हैं, इसलिए सबसे ज्यादा धन्यवाद लड़कियों को ही देना पडेगा. जिसको मेडल नहीं मिला है, उसको भी बधाई. निराश होने की जरूरत नहीं है. बस एक दो मार्क्स का ही अंतर होता है. आप भाग्यशाली हैं कि ऐसे समय में उपाधि प्राप्त कर रहे हैं, जब भारत उन्नति के शिखर पर हैं. दुनिया में हमारे देश का सम्मान तेजी से बढ़ रहा है. आज भारत दुनिया की 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. देश के जेंडर अनुपात में सुधार हुआ है. भारत में ड्रोन नीति में भी काफी बदलाव आया है. ड्रोन तकनीकी का बड़ा लाभ कृषि क्षेत्र को भी मिला है.अमेरिका ने लौटाई 300 कलाकृतियांराज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से डिफेन्स कॉरिडोर बना हुआ है. झांसी और ललितपुर भी इसके सेंटर हैं. लखनऊ, चित्रकूट, अलीगढ भी है. मैं चाहती हूं कि विश्वविद्यालय के कुलपति, अधिकारी सब मिलकर विश्वविद्यालय में सिलेबस तैयार करें, जिससे हमारे छात्र कॉरिडोर का हिस्सा बनें और वे ऐसी मिसाइल बनाएं कि भारत का नाम रोशन हो जाए. उन्होंने कहा कि भारत की शक्ति का यही परिणाम है कि अमेरिका ने भारत को 300 से अधिक प्राचीन कलाकृतियां लौटा दी हैं.FIRST PUBLISHED : October 23, 2024, 21:28 IST

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