शाश्वत सिंह/झांसी: जम्मू के कटरा स्थित मां वैष्णो देवी का मंदिर देशभर के हिंदुओं के आस्था का केंद्र है. माता रानी के मंदिर में दर्शन मात्र से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूर-दूर से माता के दर्शन के लिए जाते हैं. माता का यह मंदिर पहाड़ की चोटी पर स्थित है, जहां कई मील की यात्रा करने के बाद भक्त माता के दर्शन कर पाते हैं, लेकिन जो भक्त मां के दरबार में नहीं जा पाते उनको निराश होने की जरूरत नहीं है. उत्तर प्रदेश के झांसी में एक पूजा पंडाल को माता वैष्णो देवी की तर्ज पर सजाया गया है. नवरात्र में यहां मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है.वैष्णो देवी दर्शन जैसा अनुभवसदर बाजार में बनाए गए इस पूजा पंडाल की अनोखे तरह से सजावाट की गई है. पंडाल की शुरुआत में हाथी मत्था बनाया गया है. यह कुछ ऐसा ही पहाड़ है जैसा जम्मू के कटरा में है, जिस पर चढ़कर भक्तों को माता के दर्शन करने के लिए जाना होता है. इसके बाद भक्त भगवान शिव, गणेश और हनुमान के दर्शन करते हुए आगे बढ़ते हैं. इसके बाद श्रद्धालुओं को ज्वाला माई के दर्शन होते हैं. नवरात्र में यहां नौ दिन तक अखंड ज्योत जलाई जाती है.भैरव बाबा के दर्शन से पूरी होती है यात्राज्वाला माता के दर्शन के बाद भक्तों को अर्धकुंवारी गुफा से गुजरना होता है. इस गुफा से गुजरते हुए भक्त एक छोटे से पानी के तालाब से गुजरते हैं. इस तालाब का पानी बिल्कुल बाणगंगा की तरह ठंडा होता है. यहां से गुजरने के बाद भक्तों को पिंडी दर्शन होते हैं. पिंडी दर्शन के बाद भैरव बाबा के दर्शन करने होते हैं. मान्यता है कि अगर आप माता वैष्णो देवी गए हैं तो बिना भैरव बाबा के दर्शन किए यात्रा सफल नहीं होती. इस पूजा पंडाल में मां के दर्शन के लिए रोज हजारों लोग पहुंच रहे हैं.FIRST PUBLISHED : October 10, 2024, 14:21 IST