Jhansi News : कहां से आया पौव्वा, अद्धी और खंभे का कांसेप्ट? क्यों बोतल में मिलती हैं 750 ML शराब! एक्सपर्ट से जानें जवाब

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Jhansi News : कहां से आया पौव्वा, अद्धी और खंभे का कांसेप्ट? क्यों बोतल में मिलती हैं 750 ML शराब! एक्सपर्ट से जानें जवाब



शाश्वत सिंह/झांसी. शराब के शौकीन दुनियाभर में हैं. लेकिन, हर शराब के शौकीन के मन में यह सवाल उठता है कि एक बोतल में 750 मिलीलीटर ही शराब क्यों होती है, जबकि हर जगह यह पढ़ाया जाता है कि 1 बोतल में 1000 मिलीलीटर होना चाहिए. इस खंभे, अद्धी और पौवा के पीछे का कॉन्सेप्ट क्या है. यह आज हम आपको बताएंगे. इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने बात की होटल मैनेजमेंट एक्सपर्ट सत्या चौधरी से जिन्होंने कई अहम बातें बताई.

सत्या चौधरी ने बताया कि 750 ml वैश्विक मानकों के हिसाब से तय किया गया है. इसका इतिहास फ्रेंच खान पान से जुड़ा है. फ्रेंच भोजन में 11 कोर्स मील होता है. पूरे भोजन के दौरान व्यक्ति को 6 पेग सर्व किया जाता है. एक पेग 60 ml का होता है. इस हिसाब से अगर दो लोग भोजन कर रहे हैं तो कुल 12 पेग यानी 720 ml शराब हो जाती है. बोतल में 750 ml इसलिए डाली जाती है ताकि अगर सर्व करते समय थोड़ी शराब फैल भी जाए, तब भी पीने वाले व्यक्ति के लिए पर्याप्त 720 ml बच जाए.

सर्द देशों के हिसाब से तैयार हुआ मापदंडसत्या चौधरी ने बताया कि इस हिसाब का एक नाता शराब को जिस ग्लास में सर्व किया जाता है, उससे भी होता है. जो ग्लास डिजाइन किए गए हैं वह इस प्रकार से ही बनाए जाते हैं की 60 ml शराब के बाद जो पानी या सोडा मिलाया जाता है उसके बावजूद वह ओवर फ्लो ना करें.

उन्होंने कहा कि यह सारे नियम उन देशों के लिए हैं जहां बहुत अधिक ठंड पड़ती है. भारत में सिर्फ इसका अनुसरण किया जाता है. हालांकि, शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इसका सेवन जितना कम किया जाए उतना बेहतर है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Jhansi news, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : May 06, 2023, 19:50 IST



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