रिपोर्ट : शाश्वत सिंह
झांसी. अक्सर यह बात कही जाती है कि अगर भगवान आपसे शरीर का कोई एक अंग छीनता है तो उसके बदले आपको हुनर भी देता है. झांसी के रहने वाले नफीस अहमद को देखकर यह बात एक बार फिर साबित हो जाती है. झांसी के सैयर गेट इलाके में सिलाई मशीन की रिपेयरिंग की दुकान चलाने वाले नफीस अहमद जन्म से ही दृष्टिहीन हैं. बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और वे सिलाई मशीन ठीक करने जैसा बारीक काम सीखने लगे. अपने पिता की दुकान पर बैठकर उन्होंने ये सारे काम सीखे.
नफीस अहमद बताते हैं कि बचपन से ही दृष्टिहीन होने के कारण कई बार यह डर सताता था कि भविष्य में क्या करेंगे. कई बार डॉक्टरों को भी दिखाया, लेकिन इलाज संभव नहीं हो पाया. तब वे अपने पिता की दुकान पर बैठकर और उनको सुनकर सिलाई मशीन को ठीक करने का काम सीखने लगे. जब पिता भोजन करने के लिए घर जाया करते थे तो सिलाई मशीन ठीक करने की कोशिश करते थे. इस दौरान उन्हें कई बार चोट भी लगी. कभी हाथ में सुई चुभ जाती थी तो कभी हथौड़े से चोट लग जाती थी.
मेरी कमजोरी ही मेरी ताकत
इन सबके बावजूद नफीस ने हार नहीं मानी और वे काम सीखने की कोशिश करते रहे. आज 25 साल से वे यह काम कर रहे हैं. नफीस के पिता कहते हैं कि अब तो लोग खुद कहते हैं मरम्मत तो नफीस से ही करवाएंगे. नफीस उन सभी लोगों के लिए आदर्श हैं जो थोड़ी सी परेशानी में हार मान जाते हैं. नफीस ने कहा कि उनकी कमजोरी ही उनकी ताकत है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Blind, Jhansi news, UP newsFIRST PUBLISHED : November 30, 2022, 17:32 IST
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