जफर अली का झूठ बेनकाब… संभल के डीएम ने खोल दिया एक-एक धागा, शाही जामा मस्जिद विवाद की बताई पूरी कहानी

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जफर अली का झूठ बेनकाब... संभल के डीएम ने खोल दिया एक-एक धागा, शाही जामा मस्जिद विवाद की बताई पूरी कहानी

संभल. जिले के डीएम राजेंद्र पेंसिया और एसपी कृष्ण कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर संभल हिंसा के बारे में और वहां की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी. एसपी कृष्ण कुमार का कहना है कि गोली किसने चलाई है, यह अभी जांच का विषय है. वहीं संभल के डीएम ने नारेबाजी का खंडन किया. इसके साथ ही उन्होंने जामा मस्जिद कमेटी के प्रमुख जफर अली पर गलत बयान देने का आरोप भी लगाया. डीएम राजेंद्र पेंसिया ने कहा, जफर अली ने जो यान दिया उसको विवेकपूर्ण तरीके से सुनिए. उन्होंने कहा कि दंगाइयों की तरफ से फायरिंग हो रही थी. कभी बोल रहे हैं पुलिस अवैध असलहे से फायरिंग कर रही थी. वह अपने बयान बदल रहे थे.”

संभल हिंसा पर डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया का कहना है, ”जामा मस्जिद कमेटी के प्रमुख जफर अली ने भ्रामक बयान दिया है कि उन्हें (मस्जिद के सर्वे) के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी. अदालत का आदेश 24 नवंबर को दोपहर 2.38 आया और फिर हम लगभग 5-5.30 बजे शाम को मस्जिद पहुंचे. एडवोकेट कमिश्नर के ऑर्डर की एक कॉपी प्राप्त हुई और उन्होंने उस पर साइन भी किए… जफर साहब ने कहा कि उन्होंने पुलिस फायरिंग देखी, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या वह सर्वे को देख रहे थे या फायरिंग देख रहे थे. वो सुबह 10:30-10:45 बजे के बीच सर्वे करवा रहे थे जबकि ये सब सुबह 10 से 11 बजे के बीच हुआ.’

संभल हिंसा पर डीएम संभल डॉ. राजेंद्र पेंसिया का कहना है, ”अपने ताजा बयान में जफर अली ने कहा है कि उन्होंने देखा कि पुलिस अपने हथियारों का इस्तेमाल कर रही थी, फिर उन्होंने कहा कि पुलिस देशी हथियारों का इस्तेमाल कर रही थी और बाद में कहा कि उन्हें नहीं पता पुलिस द्वारा कौन से हथियारों का उपयोग किया जा रहा था. सबसे भ्रामक बात उन्होंने यह कही कि ‘वज़ू’ टैंक से पानी खाली किया जाता था. वास्तव में, वज़ू टैंक की केवल फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की जानी थी. वहां कोई माप नहीं लिया गया. उन्होंने यह भी कहा कि डीएम ने सर्वे के लिए अनुमति दी थी, जो गलत है क्योंकि मैंने कभी भी किसी सर्वे के लिए कोई अनुमति नहीं दी थी.”

जब डीएम राजेंद्र पेंसिया से पूछा गया कि सर्वे में कितने लोगों के आने की अनुमति थी, तो उन्होंने कहा, “सर्वे टीम एडवोकेट कमिश्नर को तय करनी थी। हमें और कप्तान साहब को केवल सुरक्षा देनी थी. जितने लोगों के लिए इंतजामिया कमेटी और जफर साहब ने अनुमति दी उतने लोग अंदर गए थे.” दूसरी ओर, एसपी कृष्ण कुमार ने एक सवाल के जवाब में कहा, “मैं यह नहीं कह सकता कि 315 बोर की बंदूक से लोगों की मौत हुई है. फॉरेंसिक का निर्णय है, चारों गन शॉट हैं.” गोली किसकी तरफ से चलाई गई. इस सवाल के जवाब में एसपी ने कहा कि यह जांच का विषय है. दंगा भड़काने का प्रयास किया गया था. किस व्यक्ति ने किस परिस्थिति में किसको गोली मारी, दंगाई आपस में लड़ रहे थे तब गोली मारी गई, इस सब की जांच की जा रही है.

एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि डीएम राजेंद्र पेंसिया ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिया हैं. सभी तथ्य समय-समय पर सामने रखे जाएंगे. सही चीजें प्रोसीजर से करनी जरूरी हैं. सच सामने आना जरूरी है, जल्दबाजी जरूरी नहीं है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
Tags: SambhalFIRST PUBLISHED : November 25, 2024, 23:20 IST

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