जीवित्पुत्रिका व्रत 6 अक्टूबर को, करें इन मंत्रों का जाप, पूरी होगी हर मनोकामना!

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जीवित्पुत्रिका व्रत 6 अक्टूबर को, करें इन मंत्रों का जाप, पूरी होगी हर मनोकामना!



सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: सनातन धर्म में हर पर्व हर व्रत बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका या जितिया व्रत रखा जाता है. यह व्रत इस साल 6 अक्टूबर को रखा जाएगा. धार्मिक मान्यता के मुताबिक कहा जाता है इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी दीर्घ आयु के लिए निर्जल का व्रत रखती है. खास तौर पर यह पर्व बिहार झारखंड समेत उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मनाया जाता है.

मान्यता के मुताबिक इस दिन विधि विधान पूर्वक व्रत रखने से पुत्रों को दीर्घायु का वरदान भी मिलता है. ज्योतिष गणना के मुताबिक इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण भी हो रहा है. शुक्रवार के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग होने से इसका प्रभाव और भी बढ़ जाता है. आज हम आपको इस रिपोर्ट में बताएंगे कि जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन किन मंत्रों का जाप करें तो चलिए इस रिपोर्ट में जानते हैं.


कब और कैसे रखें जीवितपुत्रिका व्रतअयोध्या के ज्योतिष नीरज भारद्वाज बताते हैं कि इस वर्ष जीवित्पुत्रिका पर्व का व्रत 6 अक्टूबर दिन शुक्रवार को रखा जाएगा. ज्योतिष गणना के मुताबिक इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण भी हो रहा है. ऐसी स्थिति में इस दिन विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना करने से पुत्र को लंबी दीर्घायु प्राप्त होगी. इसके साथ ही अगर इस दिन कुछ मत्रों का जाप किया जाए तथा आरती की जाए तो हर मनोकामना पूरी होगी.

जीवित्पुत्रिका व्रत में करे इन मंत्रों का जपकर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।सदा बसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामिॐ श्रीं हीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविंद वासुदेव जगत्पते, देहि में तनयं कृष्ण त्वमहं शरणं गतः।

जीवित्पुत्रिका या जितिया व्रत की आरतीओम जय कश्यप नन्दन, प्रभु जय अदिति नन्दन।त्रिभुवन तिमिर निकंदन, भक्त हृदय चन्दन॥ ओम जय कश्यप…सप्त अश्वरथ राजित, एक चक्रधारी।दु:खहारी, सुखकारी, मानस मलहारी॥ ओम जय कश्यप….अघ-दल-दलन दिवाकर, दिव्य किरण माली॥ ओम जय कश्यप…सकल सुकर्म प्रसविता, सविता शुभकारी।विश्व विलोचन मोचन, भव-बंधन भारी॥ ओम जय कश्यप…कमल समूह विकासक, नाशक त्रय तापा।सेवत सहज हरत अति, मनसिज संतापा॥ ओम जय कश्यप…नेत्र व्याधि हर सुरवर, भू-पीड़ा हारी।वृष्टि विमोचन संतत, परहित व्रतधारी॥ ओम जय कश्यपसूर्यदेव करुणाकर, अब करुणा कीजै।हर अज्ञान मोह सब, तत्वज्ञान दीजै॥ ओम जय कश्यप…

नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष के मुताबिक है न्यूज़ 18 इसकी पुष्टि नहीं करता है

.Tags: Ayodhya, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : October 4, 2023, 20:49 IST



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