जब हनुमान की पूंछ में लगी आग, भगवान राम ने चलाया था बाण, जानें चित्रकूट के हनुमान धारा का महत्व

admin

comscore_image

Last Updated:March 28, 2025, 23:28 ISTHanuman Dhara Chitrakoot: चित्रकूट में ऐसे तो बहुत से धार्मिक स्थल है. उनमें से एक है हनुमान धारा. यह जगह बहुत प्यारी है.X

फोटोचित्रकूट: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में भगवान राम की महिमा बसती है. यह वही पावन भूमि है जहां भगवान राम ने अपने वनवास के साढ़े ग्यारह वर्ष बिताए थे. चित्रकूट की हर गली हर कण और हर मंदिर में प्रभु राम और उनके भक्त हनुमान की अनमोल कथा रची-बसी है. चित्रकूट में यूं तो कई प्रसिद्ध मंदिर और तीर्थ स्थल हैं, लेकिन हनुमान धारा का अपना एक अलग ही महत्व है. आज हम आपको इसी हनुमान धारा से जुड़ी रोचक जानकारी देने जा रहे हैं जिससे आपको इसके महत्व का भी पता चलेगा.

हनुमान धारा वह पवित्र स्थान है, जहां भगवान राम के भक्त हनुमान जी के अग्नि तपन को शीतलता मिली थी. यह मंदिर पहाड़ की ऊंचाई पर स्थित है, जहां तक पहुंचने के लिए भक्तों को खड़ी चढ़ाई करनी पड़ती है. अब यहां रोपवे की भी शुरुआत हो गई है जिसमें लोग बिना सीढ़ी चढ़े ऊपर जा सकते हैं.

हनुमान धारा की पौराणिक कथामान्यता है कि जब भगवान राम के परम भक्त हनुमान ने लंका का दहन किया था तब उनकी पूंछ में भयंकर अग्नि तपन हो गई थी. इस जलन से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान राम ने अपनी शक्ति से एक बाण चलाकर पर्वत से जल धारा प्रवाहित की. तभी से यह जलधारा हनुमान जी की पूंछ पर गिरती है और उनकी तपन को शीतलता प्रदान करती है. आज भी यह धारा उसी तरह प्रवाहित हो रही है और भक्तजन इसे चमत्कार मानकर श्रद्धा पूर्वक नमन करते हैं.

पुजारी ने दी जानकारी मंदिर के पुजारी कमलेश प्रसाद मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि हनुमान धारा के दर्शन के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं. यहां की प्राकृतिक सुंदरता और शांति मन को असीम सुख प्रदान करती है. मंदिर के चारों तरफ हरियाली और पहाड़ों का दृश्य भक्तों को आत्मिक शांति का अनुभव कराता है. यह स्थान पर्वतमाला के मध्य भाग में स्थित है. इसी जगह हनुमान ने अपनी पूछ कि तपन ठंडी की थी.

आज भी वह पानी उनकी पूछ में निरन्तर गिरता है. पहाड़ के सहारे हनुमान जी की एक विशाल मूर्ति के ठीक सिर पर दो जल के कुंड हैं. ये कुंड हमेशा जल से भरे रहते हैं और उनमें से निरंतर पानी बहता रहता है. पहाड़ी के शिखर पर स्थित हनुमान धारा में हनुमान की एक विशाल मूर्ति है. मूर्ति के सामने तालाब में झरने से पानी गिरता है. इस धारा का जल हनुमान जी को स्पर्श करता हुआ बहता है. इसीलिए इसे हनुमान धारा कहते हैं. यहां 12 महीनें भक्तों का आना जाना लगता रहता है.
Location :Chitrakoot Dham,Chitrakoot,Uttar PradeshFirst Published :March 28, 2025, 23:28 ISThomefamily-and-welfareजब हनुमान को लगी आग, राम ने चलाया बाण, ये है चित्रकूट के हनुमान धारा का कमाल

Source link