जौनपुर. शहर के शास्त्री ब्रिज के बराबर में गोमती नदी पर 29 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन नए पुल का पिलर टेढ़ा हो गया है. पुल की हालत देखकर लोग सहम गए हैं. डैमेज हो रहे पुल को मजदूरों ने लोहे की तार से बांधकर पिलर को धराशायी होने से बचाया. एनएचआई समेत डीएम ने निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण करने के बाद कहा कि अभी काम चल रहा है.दरअसल, जौनपुर-आजमगढ़ मार्ग को फोर लेन किया जा रहा है. पचहटिया तक की सड़कें चौड़ी हो गई हैं लेकिन शहरी इलाके में गोमती नदी पर बना शास्त्री पुल काफी संकरा है. इसीलिए उसके समानांतर करीब 21 करोड़ रुपये की लागत से एक नए पुल का निमार्ण सेतू निर्माण निगम कर रहा है. करीब एक वर्ष से नदी को दोनो छोर पर बड़ा पिलर बनाया जा रहा है. बीती रात पानी के बहाव के चलते दोनो पिलर धीरे धीरे धराशायी होने लगे. पुल बनाने में जुटे इंजीनियरों ने आनन-फानन में पिलर को लोहे के मोटे तारों से बांध दिया, जिसके कारण दोनों पिलर पानी में बहने से बच गए. घटना ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता की पोल खोल दी है.इस मामले में एनएचएआई के आजमगढ़ जनरल मैनेजर के एसपी पाठक ने कहा कि यह रूटीन वर्क का हिस्सा है. कोई पिलर डैमैज नहीं हुआ है. फाउंडर पिलर का पचास प्रतिशत वर्क हो चुका है. पिलर की सेहत पर कोई कमी नहीं है. जानकारी के अभाव में यह मैसेज चला गया है लेकिन कोई दिक्कत नहीं है.डैमेज पिलर के मामले पर डीएम रविंद्र कुमार मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे और संबंधितअधिकारियों को गुणवत्तापूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए. डीएम ने बताया कि निर्माणाधीन पुल के पिलर में कोई कमी नहीं है. यह रूटीन का हिस्सा है. जब पिलर को शिफ्ट पानी में किया जाता है तो पिलर का झुकाव उधर-उधर हो जाता है. अभी काम चल रहा है. जो भी दिक्कत आएगी, उसे समय रहते सही करा लिया जाएगा.FIRST PUBLISHED : July 23, 2024, 19:33 IST