कन्नौज /अंजली शर्मा: जन्माष्टमी को लेकर देशभर में हर्षोल्लास का माहौल है, तो वहीं कन्नौज में भी इत्र व्यापारियों ने लड्डू गोपाल के लिए एक ऐसा इत्र तैयार किया है जो बहुत समय से भगवान विष्णु का पसंदीदा माना जाता है. चंदन केसर का इत्र भगवान कृष्ण को स्नान के बाद लगाया जाता है, जो बहुत शुभ माना जाता है. यह खास इत्र वृंदावन में भी बहुत ज्यादा डिमांड में रहता है. कन्नौज में भी श्रद्धालु जन्माष्टमी से पहले इसको बड़ी संख्या में खरीदते हैं. चंदन के साथ केसर की मनमोहक खुशबू बहुत ही आनंद देने वाली होती है.
चंदन और केसर दोनों ही बहुत खास माना जाता है. धार्मिक कार्यक्रम में इनका सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है. ऐसे में इन दोनों का इत्र बहुत शुद्ध रहता है. चंदन की लकड़ियों से निकलने वाला सैंडल ऑयल में किसी भी तरह की मिलावट नहीं हो सकती. वही केसर का भी इत्र कन्नौज में सबसे उच्च क्वालिटी का बनाया जाता है.
हवा में फैलती खुशबूइसके इत्र की सबसे बड़ी यह खासियत है कि यह हवा में बहुत जल्दी फैल जाती है. वही मन और मस्तिष्क को भी भीनी भीनी खुशबू देकर तरोताजा रखता है. चंदन केसर इत्र में थोड़ी सी मात्रा बेला और जैस्मिन की भी प्रयोग की गई है, जो पूरी तरह से नेचुरल है. ऐसे में यह इत्र बहुत खास हो जाता है. इत्र व्यापारी यह भी बताते हैं कि इस इत्र से बांके बिहारी जी की मालिश की जाती है.
क्या है रेटचंदन केसर के साथ इसमें बेला और जैस्मिन का भी प्रयोग किया गया है. वहीं इसके रेट की बात करें तो 10 ग्राम इत्र की कीमत ₹300 रहती है.
क्या कहते हैं इत्र व्यापारी?इत्र व्यापारी शिवा बताते है कि करीब 100 साल से ज्यादा समय से उनके यहां इत्र का काम हो रहा है. वहीं जन्माष्टमी में चंदन केसर का इत्र बहुत ज्यादा डिमांड में रहता है. क्योंकि बाके बिहारी का यह इत्र पसंदीदा माना जाता है. इस इत्र को नंद लाल के आगमन से पहले ही इत्र तैयार किया गया है. यह इत्र सभी लोग प्रयोग करते है इसकी खुशबू करीब 3 से 4 दिनों तक कपड़ों पर बनी रही है.
Tags: Kannauj news, Local18, Sri Krishna JanmashtamiFIRST PUBLISHED : August 25, 2024, 17:17 IST