बॉलीवुड एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर को फूड पॉइजनिंग के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक्ट्रेस को बुधवार रात तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने पेट में इंफेक्शन का निदान किया और उनका इलाज चल रहा है. यह बताया जा रहा है कि दो दिन में वह डिस्चार्ज हो जाएंगी.
बारिश के मौसम में फूड पॉइजनिंग का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. इस मौसम में संक्रमित भोजन और पानी से होने वाली ये बहुत आम बीमारी है. हालांकि तुरंत उपचार से 2-3 दिन में यह ठीक हो जाता है. लेकिन इसके कारण बॉडी में कई दिनों तक कमजोरी का अहसास रह सकता है. ऐसे में इससे बचाव बहुत जरूरी है. यहां हम आपको कुछ गलतियों के बारे में बता रहे हैं जो आपको फूड पॉइजनिंग का शिकार बना सकता है-
बारिश के मौसम में इन बातों का रखें ध्यान-अस्वच्छ भोजन का सेवन
सड़े हुए या खराब हो चुके भोजन का सेवन फूड पॉइजनिंग का सबसे आम कारण है. हमेशा ताजा और अच्छी तरह पकाया हुआ भोजन ही खाएं. बारिश के मौसम में कच्ची सब्जियों को खाने से बचें.
साफ पानी ना पीना
दूषित पानी फूड पॉइजनिंग का एक प्रमुख कारण है. हमेशा पीने के लिए फिल्टर किया हुआ या उबला हुआ पानी ही पिएं. बाहर के बर्फ से बने ठंडे पेय पदार्थों से बचें.
फल और सब्जियों को ठीक से ना धोना
बिना धोए फल और सब्जियों पर हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते हैं. ऐसे में कच्चे फल और सब्जियों का सेवन करने से पहले उन्हें साफ पानी से अच्छी तरह धो लें.
इसे भी पढ़ें- बारिश के मौसम में हाजमा बिगाड़ देते हैं ये दाल, जानें मानसून के लिए कौन-से Pulses हैं बेस्ट
हाथों की सफाई का ध्यान ना रखना
हमारे हाथों पर रोगाणु हो सकते हैं, जो खाने में जाकर हमें बीमार कर सकते हैं. खाने से पहले, खाना बनाने से पहले और बाद में, और शौचालय का उपयोग करने के बाद हमेशा साबुन और पानी से हाथों को अच्छी तरह धोएं.
खाने के तापमान का ध्यान ना रखना
40 डिग्री सेल्सियस से 140 डिग्री सेल्सियस के बीच के तापमान पर बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं. ऐसे में पकाए हुए भोजन को ज्यादा देर तक कमरे के तापमान पर ना रखें. बचे हुए भोजन को जल्दी से फ्रिज में रख दें या फेंक दें.
इसे भी पढ़ें- तेजी से बढ़ रहे डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट; जानें बचाव का तरीका