Umar Nazir Mir: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने 9 साल बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी की, लेकिन सस्ते में आउट होकर पवेलियन लौटे. 23 जनवरी को शरद पवार क्रिकेट अकादमी बीकेसी, मुंबई में जम्मू और कश्मीर के खिलाफ वह सिर्फ 19 गेंदों का सामना कर सिर्फ 3 रन बनाकर आउट हो गए. भारतीय कप्तान को जम्मू कश्मीर के एक स्टार पेसर ने चलता किया, जिसने दो और इंटरनेशनल बल्लेबाजों का शिकार कर मुंबई का बैटिंग ऑर्डर ध्वस्त किया. आइए जानते हैं कौन है गेंदबाज…
रोहित, रहाणे और शिवम दुबे को लौटाया
रोहित शर्मा को उमर नजीर मीर ने अपना शिकार बनाया. 3 रन पर बैटिंग कर रहे रोहित ने उमर मीर की एक गुड लेंथ गेंद को पुल करने की कोशिश की, लेकिन गेंद बल्ले का किनारे लेते हुए हवा में चली गई, जिसे सर्कल के अंदर खड़े फील्डर ने आसानी से कैच कर लिया. दाएं हाथ का यह पेसर यहीं नहीं रुका, बल्कि अपने दूसरा विकेट लेते हुए मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे के स्टंप भी उखाड़ दिए. हार्दिक तमोर उमर मीर के तीसरे शिकार बने. अपना चौथा शिकार उमर ने शिवम दुबे को बनाया, जो 3 गेंदों पर बिना खाता खोले ही आउट हो गए. उनके इस स्पेल से मुंबई का स्कोर 14.5 ओवर में 41/5 हो गया. बचे बल्लेबाज ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक पाए और मुंबई की पारी सिर्फ 120 रन पर सिमट गई.
— Naeem (@NaeemCaptionn) January 23, 2025
कौन हैं उमर नजीर मीर?
मीर ने 2013 में अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था और तब से अब तक उन्होंने 57 मैचों में 138 विकेट लिए हैं. लिस्ट ए क्रिकेट में उनके नाम 54 विकेट हैं, जबकि टी20 में यह पेसर 32 झटक चुका है. पुलवामा के रहने वाले और 6 फुट 4 इंच के मीर को 2018-19 देवधर ट्रॉफी के लिए इंडिया सी की टीम में भी शामिल किया गया था. फर्स्ट क्लास में उनके नाम 6 फाइव विकेट हॉल हैं, जबकि लिस्ट-ए में 1 बार उन्होंने यह कारनामा किया है.
ऐसा है टी20 करियर
अपने टी20 करियर में 31 साल के उमर मीर ने 24 पारियों में 19.40 की औसत से 32 विकेट लिए, जिसमें एक बार पांच विकेट लेने का कारनामा और 7.16 की इकॉनमी शामिल है. इस सबसे छोटे फॉर्मेट में उनका एक बार शानदार प्रदर्शन भी देखने को मिला, जब पंजाब के खिलाफ जनवरी 2017 में इंटर स्टेट टी20 टूर्नामेंट में उन्होंने चार ओवरों में 15 रन देकर 4 विकेट लिए, जिसकी बदौलत उनकी टीम ने 127 रनों को डिफेंड किया था. उमर मौजूदा रणजी सीजन के बचे मैचों में भी अपनी अच्छी फॉर्म को जारी रखने और अपनी टीम को नॉकआउट में पहुंचाने के लिए उत्सुक होंगे.