Baroda vs J&K: रणजी ट्रॉफी के आखिरी राउंड के मुकाबले खेले जा रहे हैं. कई मुकाबलों का नतीजा आ चुका है तो कई टीमों की जंग जारी है. विराट कोहली ने सबका ध्यान खींचा, क्योंकि वह 13 साल बाद अपनी घरेलू टीम दिल्ली के लिए रणजी मैच खेलते नजर आए. उनकी टीम को रेलवे के खिलाफ जीत भी मिली. इस बीच जम्मू कश्मीर ने बड़ौदा टीम पर फिक्सिंग जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं, जो एक-दूसरे का सामना कर रहे हैं. मैच के तीसरे दिन जम्मू की टीम ने मेहमान बड़ौदा पर पिच फिक्सिंग के आरोप लगाए.
पांड्या की टीम पर लगे आरोप
जम्मू-कश्मीर टीम ने मैच के तीसरे दिन यानी 1 फरवरी को कथित तौर पर ‘पिच फिक्सिंग’ का आरोप लगाते हुए क्रुणाल पांड्या की अगुवाई वाली बड़ौदा टीम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. मेजबान बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के अहम मैच के तीसरे दिन मैदान से बाहर जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ी गुस्से में आ गए. मेहमान टीम ने आरोप लगाया कि इस आखिरी ग्रुप स्टेज मैच के दूसरे और तीसरे दिन के बीच रातों-रात पिच में काफी बदलाव किया गया था. हालांकि, बड़ौदा ने इन दावों का स्पष्ट रूप से खंडन करते हुए इसे ‘निराधार’ बताया.
बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के एक अधिकारी ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के कोच द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं. आउटफील्ड गीला था और सर्दियों के कारण पिच पर नमी थी और यहां तक कि आउटफील्ड भी गीला था. अंपायर को भी ऐसा ही लगा. जिसने भी क्रिकेट खेला है, वह समझ सकता है कि सर्दियों के दौरान पिच पर नमी होती है और कई बार आउटफील्ड को सूखने में समय लगता है. कई बार मैच देरी से शुरू होते हैं, लेकिन इसे पिच-फिक्सिंग कहना और इसके लिए एसोसिएशन को दोषी ठहराना, हम इन आरोपों को स्वीकार नहीं करेंगे. हम कोच द्वारा की गई टिप्पणी के लिए बीसीसीआई से संपर्क करेंगे.’
देरी से शुरू हुआ मैच
ईएसपीएनक्रिकइन्फो की एक रिपोर्ट के मुताबिक सुबह के विरोध प्रदर्शन के कारण मैच काफी देर से शुरू हुआ. खेल करीब डेढ़ घंटे की देरी से शुरू हुआ. दिन की पहली गेंद 1 फरवरी को निर्धारित समय सुबह 9:30 बजे के बजाय सुबह 10:55 बजे फेंकी गई. जम्मू-कश्मीर के खिलाड़ियों और टीम मैनेजमेंट के अनुसार दूसरे दिन पिच संतुलित थी, लेकिन तीसरे दिन की शुरुआत में यह नमि और अप्रत्याशित ट्रैक में बदल गई, जिससे बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल हो गया. बता दें कि टूर्नामेंट के अगले राउंड में पहुंचने के लिए बड़ौदा को इस मैच में पूरी जीत की जरूरत है.
जमकर हुआ बवाल
दूसरे दिन स्टंप्स तक जम्मू-कश्मीर ने बड़ौदा पर 205 रन की मजबूत बढ़त बना ली थी, लेकिन अगली सुबह खेल की परिस्थितियां काफी अलग थीं. विरोध के कारण मैदानी अंपायरों और जम्मू-कश्मीर टीम मैनेजमेंट के बीच बातचीत हुई, जिसके बाद मैच को आधिकारिक तौर पर ‘पिच में नमी’ के कारण स्थगित कर दिया गया. शनिवार सुबह जम्मू-कश्मीर मैनेजमेंट ने अपने कप्तान पारस डोगरा के साथ विरोध प्रदर्शन भी किया.
दूसरे दिन गीली आउटफील्ड की चिंता पहले से ही थी, जिसके बाद तीसरे दिन पिच के रूप ने जम्मू और कश्मीर के खेमे में नाराजगी को और बढ़ा दिया. ग्रुप-स्टेज में शानदार प्रदर्शन के साथ जम्मू टीम को एलीट ग्रुप ए में टॉपर के रूप में अगले राउंड में जगह बनाने के लिए केवल एक ड्रॉ की आवश्यकता है. जम्मू कश्मीर ने अपने पिछले मैच में रोहित शर्मा की मौजूदगी वाली मुंबई पर एक जरूरी जीत हासिल की थी.
बड़ौदा के लिए जीत ही रास्ता
दूसरी ओर, बड़ौदा को जीत ही अगले राउंड में पहुंचा सकती है. तीसरे दिन के खेल के बाद बड़ौदा को जीत के लिए 307 रनों की जरूरत है. उसके 2 विकेट गिर चुके हैं और बोर्ड पर 58 रन लगे हैं. इससे पहले जम्मू कश्मीर ने दोनों पारियों में क्रमशः 246 और 284 रन बनाए थे. बड़ौदा की टीम पहली पारी में 166 रन के स्कोर पर ही ढेर हो गई थी, जिसने मेहमानों को बढ़त मिली.