नोएडा. पिछले कुछ समय से सार्वजनिक स्थानों पर नमाज (Namaz) पढ़ने का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. खुले स्थान पर नमाज पढ़ने का विरोध गुरुग्राम से शुरू हुआ और इसकी गूंज इस हफ़्तर नोएडा (Noida) में भी देखने को मिली है. नोएडा के सेक्टर 65 के एक पार्क में सार्वजनिक रूप से नमाज पढ़ने के ट्वीट पर फेज़ 3 पुलिस एक्शन में आई. नमाज़ियों को सार्वजनिक स्थल पर नमाज न पढ़ने की बात कर उन्हें मस्ज़िद में नमाज पढ़ने की बात कही. ट्वीट आरएसएस की साप्ताहिक पांचजन्य पत्रिका के सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर अम्बुज भारद्वाज के ट्वीट के बाद एक्शन पुलिस एक्शन में आई है.
गौरतलब है कि शुक्रवार के दिन आरएसएस की साप्ताहिक पत्रिका के सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर त्रिभुवन प्रताप सिंह नाम के व्यक्ति ने ट्विटर पर सेक्टर 65 में नोएडा अथॉरिटी पार्क की तस्वीर पोस्ट की जहां नमाज अदा की जा रही थी. ट्विटर यूजर ने नोएडा पुलिस, यूपी पुलिस, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय और अन्य के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए लिखा “यह एक मस्जिद नहीं है, बल्कि सेक्टर 65 में एक पार्क है. मुस्लिम समुदाय के 250 सदस्य यहां कोविड के दिशानिर्देशों का उल्लंघन कर नमाज अदा कर रहे हैं. कृपया संज्ञान लें” जिसपर नोएडा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नमाज़ियों को समझाकर मस्ज़िद में नमाज़ पढ़ने की बात कही.
बता दें कि 2018 में जब गुरुग्राम में पहली बार सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने का विरोध प्रदर्शन हुआ, तो नोएडा पुलिस ने सेक्टर 58 के एक पार्क में शुक्रवार की नमाज़ को रोक दिया था. “दिसंबर 2018 में नोएडा अथॉरिटी पार्क में नमाज़ अदा करने को लेकर विवाद देखा गया था. सेक्टर द्वारा एक नोटिस जारी किया गया था, जिसमे थाना 58 क्षेत्र की कंपनियों को अपने कर्मचारियों से सार्वजनिक पार्क में सामूहिक रूप से नमाज नहीं पढ़ने को कहा।,इसके बाद यह रुक गया. फिर कोविड हुआ. अब जब स्थिति में सुधार हो रहा है, लोगों ने फिर से यहां नमाज अदा करना शुरू कर दिया है.
बता दें कि नियमों के सार्वजनिक स्थान पर किसी भी धार्मिक गतिविधि की अनुमति नहीं दी जा सकती है. अगर किसी सार्वजनिक स्थान पर कोई धार्मिक प्रोग्राम करना होता है तो उससे पहले पुलिस प्रशासन की परमिशन लेना जरूरी होती है.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
Source link